लुतरा शरीफ का 65वां सालाना उर्स 1 नवंबर से 5 नवंबर 2023 तक
हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह के लुतरा शरीफ स्थित दरगाह में आगामी 1 नवंबर से 5 नवंबर 2023 तक बड़ी ही अकीदत और शानो सालाना उर्स की तैयारियों को उर्स प्रबंधन कमेटी ने तेज कर दिया है।
उर्स में कई धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों के अलावा अन्य संदेशपरक कार्यक्रम भी शामिल हैं। इरशाद अली ने बताया कि एक नवंबर की सुबह 11 बजे परचम कुशाई से सालाना उर्स का आगाज़ किया जाएगा। पहले दिन लुतरा शरीफ मदरसा के मौलाना रिज़वान रज़ा की तकरीर रात 9:00 बजे होगी। प्रोग्राम की शुरुआत लुतरा शरीफ की नूरानी शाही मस्जिद के इमाम हाफ़िज़ हसन अशरफी कलाम पाक की तिलावत से होगी। उससे पहले दोपहर 3:00 बजे दादी अम्मा की दरगाह खम्हारिया में शाही संदल चादर निकाली जाएगी। नागपुर की रेहान मटका पार्टी शाही संदल में कार्यक्रम करेगी।
2 नवंबर को, उर्स के दूसरे दिन, दोपहर 12:40 बजे मजार ए पाक का गुस्ल, सलातो सलाम व शिजरा खाना होगा। दरबारी कव्वाल यासीन शोला व उनके साथी सूफियाना कलाम शाम 5:00 बजे पुराने दरबार में संदल चादर व महफिले समा पेश करेंगे। रात 9:00 बजे जामे अरबिया मदरसा, सुल्तानपुर के प्राचार्य मोहम्मद अहमद वारसी तकरीर (प्रवचन) करेंगे। 3 नवंबर को रात 9:00 बजे ऑल इंडिया नातिया मुशायरा कार्यक्रम होगा. इसमें देश के प्रसिद्ध शायर जीशान मथुरावी, मुमताज रजा टांडा, साहिर रजा कलकत्त्वी, जमजम व कौशर कलकत्त्वी तथा जैनुल आबेदीन कानपुरी अपनी सुंदर शायरी प्रस्तुत करेंगे।
हिंदुस्तान के प्रसिद्ध कव्वाल जुनैद सुल्तानी बदायूं उप्र और अनीस नवाब अहमदाबाद गुजरात 4 नवंबर की रात 9:00 बजे से शानदार कव्वाली की प्रस्तुति देंगे। 5 नवंबर, उर्स के पांचवें और अंतिम दिन, नमाजे फजर कुरान ख्वानी नात व मनकबत होंगे। 11 बजे रंग की महफिल व कुल की फातिहा होगी, जिसमें मुस्लिम समाज के धर्म गुरु हजरत अल्लामा व मौलाना सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब किछौछा शरीफ से प्रदेश के अमन चैन की दुआ मांगी जाएगी। पूरे उर्स के दौरान हर सुबह शुद्ध शाकाहारी दरबारी शाही लंगर के साथ पूरे पांच दिन चौबीस घंटे चाय नाश्ता होगा।
एक विशेष अभियान चलाया जाएगा
उर्स समिति ने बताया कि उर्स प्रबंधन समिति ने चुनाव आचार संहिता लागू होने के कारण संदल चादर पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं को डीजे बजाना बंद कर दिया है. हाईकोर्ट के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। सालाना उर्स के दौरान, मुस्लिम समाज के बच्चों के अलावा दिगर कौम के बच्चों की शिक्षा को लेकर इस बार एक विशेष अभियान चलाया जाएगा. पूरे पांच दिनों तक, 12 वर्ष तक के बच्चों को कॉपी, पेन और पेंसिल किट बांटी जाएगी, जिसके तहत “दो रोटी कम खाओ, लेकिन बच्चों को खूब पढ़ाओ” का संदेश दिया जाएगा। इसके अलावा, उर्स प्रबंधन समिति ने लोगों को सत प्रतिशत मतदान करने के लिए प्रेरित किया।
परिजनों का सम्मान किया जाएगा
2 नवंबर को दोपहर को दरगाह परिसर में सालाना उर्स के दौरान उर्स प्रबंधन कमेटी की ओर से प्रदेश भर के ऐसे लोगों के परिजनों का सम्मान किया जाएगा जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी कौम की खिदमत करते हुए समाज के उत्थान के लिए काम किया जिसका आज मुस्लिम समाज लाभ उठा रहा है। पूरे राज्य में ऐसे दानिशवर लोगों का स्मरण किया जा रहा है, उन मरहुमो के परिजनों को छ.ग. राज्य वक्फ बोर्ड के सदस्य (सीनियर एडवोकेट) व उर्स प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद फैसल रिजवी द्वारा सम्मान दिया जाएगा।
सालाना उर्स को सफल बनाने के लिए उर्स प्रबंधन समिति के अध्यक्ष वक्फ बोर्ड के सदस्य सैय्यद फैसल रिजवी (रायपुर), सदस्य इरशाद अली, हाजी मोहम्मद इकबाल हक, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद जुबेर महमूद, रियाज अशरफी, हाजी अब्दुल करीम बेग, रोशन खान, इशाक खान, महबूब खान, अब्दुल रहीम और मोहम्मद कुद्दूस तैयारी में जुटे हुए हैं।