देश के 12 मैदानों पर खेले जाएंगे आईपीएल के 70 लीग मैच, होम-अवे प्रारूप की वापसी; जानें इसके फायदे
मौजूदा विजेता गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच 31 मार्च से शुरू हो रहे आईपीएल के 16वें सत्र में होम और अवे प्रारूप टीमों पर काफी बदलाव लाएगा। इस प्रारूप की चार साल के बाद 16वें सत्र में वापसी हो रही है। पिछले तीन साल कोविड-19 के कारण इस प्रारूप का इस्तेमाल नहीं हो सका था। 2020 और 2022 के पूरा सत्र संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में आयोजित किया गया था। 2019 में होम-अवे प्रारूप पिछली बार खेला गया था।
कोविड-19 ने आईपीएल के पिछले सत्रों में ऐसा खलल डाला था कि ये सत्र संयुक्त अरबी अमीरात (यूएई) में आयोजित कराने पड़ थे। 2021 में आईपीएल की भारत में वापसी हुई और इसे मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और अहमदाबाद में कराया गया था। लेकिन इसी सत्र में टीमों के अंदर खिलाड़ियों के कोविड-19 के मामले आने के कारण इसका आधा हिस्सा स्थगित कर दिया गया। फिर इसका दूसरा भाग यूएई में 2021 में कराया गया। फिर बीसीसीआई ने 2022 का सत्र भी कोरोना के कारण यूएई में ही कराने का फैसला किया था। अब 2023 में यह 16वां सत्र भारत में होगा।होम-अवे प्रारूप में प्रत्येक टीम अपने ग्रुप स्तर के आधे मैच अपने घरेलू मैदान और शेष मैच विपक्षी टीम के मैदान में खेलेंगी। सभी टीमें लीग में सात मैच अपने घर में और सात विपक्षी टीम के घर में खेलेगी। आईपीएल नीलामी से लीग में खेल रही 10 टीमों ने लगभग अपनी टीमें इस नए सत्र के लिए तैयार की हैं। यह प्रारूप उन टीमों के लिए फायदा पहुंचा सकता है। टीमें अगर विपक्षी टीम के घर में मुकाबला हार जाती है तो अपने घर में मुकाबला जीतने का उसको फायदा हो सकता है। फ्रेंचाइजी भी चाहती हैं कि वे अपने घर में भी मैच खेलें क्योंकि घरेलू सर्मथकों को समर्थन और पिच का फायदा टीम को मिलता है।राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स ने इस सत्र में अपने दो घरेलू मुकाबले गुवाहाटी और धर्मशाला में भी खेलेंगे। गुवाहाटी और धर्मशाला की टीमें आईपीएल में नहीं है इसलिए वहां के प्रशंसकों को भी आईपीएल के मुकाबले स्टेडियम में दिखाने के लिए वहां मैच कराने का फैसला लिया था।