विभिन्न पुरस्कारों के लिए आवेदन 03 अक्टूबर तक आमंत्रित
राज्य शासन द्वारा वर्ष 2022 में विभिन्न सम्मान (पुरस्कार) दिए जाने हैं। इनमें राज्य स्तरीय पुरस्कार के तहत पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान और यति यतनलाल सम्मान तथा अखिल भारतीय पुरस्कार के तहत महाराजा अग्रसेन सम्मान शामिल है। जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक उक्त पुरस्कारों के लिए वांछित दस्तावेज सहित आगामी 03 अक्टूबर तक आवेदन मंगाए गए हैं। इच्छुक आवेदक महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय में आवेदन नियत तिथि तक प्रस्तुत कर सकते हैं।
ज्ञात हो कि राज्य शासन ने सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक क्षेत्रों में किए गए अभिनव प्रयास के लिए सम्मानित करने और उनमें राष्ट्रीय कीर्तिमान विकसित करने की दृष्टि से राज्य स्तरीय ’पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान’ की स्थापना की गई है। इसके तहत चयनित व्यक्ति/संस्था को दो लाख रूपये सहित प्रतीक चिन्ह, प्रमाण पत्र सम्मान स्वरूप दिया जाता है। इस पुरस्कार के लिए राज्य शासन द्वारा नियुक्त निर्णायक मंडल (जूरी) द्वारा चयन होने पर ही दिया जाएगा। इसके लिए व्यक्ति/संस्था का पूरा परिचय, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र में अभिनव प्रयासों के लिए किए गए कार्यों की सप्रमाण विस्तृत जानकारी देनी होगी। यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र/पत्रिकाओं/गंथ के माध्यम से उपलब्ध साहित्य तथा चयनित होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे में व्यक्ति की लिखित सहमति देनी होगी। यदि आवेदक राज्य अथवा केन्द्र शासन के किसी विभाग, निगम/मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख देना होगा।
’यतियतनलाल सम्मान’ के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि राज्य शासन द्वारा अहिंसा एवं गौरक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए सम्मानित करने और उनमें राष्ट्रीय कीर्तिमान विकसित करने की दृष्टि से इस सम्मान की स्थापना की गई है। इसके तहत चयनित व्यक्ति/संस्था को पुरस्कार स्वरूप दो लाख रूपये, प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके लिए व्यक्ति/संस्था का पूरा परिचय, अहिंसा एवं गौरक्षा के क्षेत्र में किए गए अविस्मरणीय कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए किए गए कार्यों की सप्रमाण विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करनी होगी। यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण, अहिंसा और गौरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य तथा इसके सैद्धांतिक पक्ष के विषय में प्रकाशित साहित्य की सत्यापित छायाप्रति देनी होगी। इसके अलावा अहिंसा एवं गौरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र, पत्रिकाओं, ग्रंथ के माध्यम से उपलब्ध साहित्य प्रस्तुत करना होगा। चयन होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे लिखित सहमति देनी होगी। यदि आवेदक राज्य अथवा केन्द्र शासन के किसी विभाग, निगम/मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख करना होगा।
इसी तरह सामाजिक, समरसता जैसे सभी वर्गों में समभाव, सौहार्द्र, समाज सेवा के स्थायी कार्य जैसे अस्पताल, धर्मशाला, पेयजल, स्वच्छता एवं सामाजिक विकास के अन्य स्थायी स्वरूप के कार्यों में जनभागीदारी को बढ़ावा देने, सामाजिक चेतना का अच्छा वातावरण विकसित करने के योगदान को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से शासन ने अखिल भारतीय ’महाराजा अग्रसेन सम्मान’ की स्थापना की है। इसके तहत चयनित व्यक्ति को दो लाख रूपये नगद, प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र सम्मान स्वरूप प्रदाय किया जाता है। इसके लिए व्यक्ति का पूरा परिचय के साथ ही संबंधित क्षेत्र में किए गए अविस्मरणीय कार्य, सेवाओं तथा अभिनव प्रयास के लिए किए गए कार्यों की सप्रमाण विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करनी होगी। यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण, सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य तथा इसके सैद्धांतिक पक्ष के विषय में प्रकाशित साहित की सत्यापित छायाप्रति देनी होगी। साथ ही उक्त क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के संबंध में प्रख्यात पत्र, पत्रिकाओं, गं्रथ के माध्यम से उपलब्ध साहित्य और चयन होने की दशा में सम्मान ग्रहण करने के बारे में व्यक्ति की लिखित सहमति प्रस्तुत करनी होगी। यदि आवेदक राज्य अथवा केन्द्र शासन के किसी विभाग, निगम, मंडल में सेवारत हो तो उसका स्पष्ट उल्लेख करना होगा।