छत्तीसगढ़ में चुनाव खत्म होने के बाद अब कांग्रेस-भाजपा एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। वहीं पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के दबाव में कलेक्टर को हटाने के कार्रवाई हो या खुद के पाटन निर्वाचन क्षेत्र में आचार संहिता के उल्लंघन का मामला हो, इसकी जांच नहीं की जा रही है। कई शिकायतों पर अब तक चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
चंद्राकर ने कांग्रेस पर आरोप लगते हुए कहा कि कर्मचारी वर्ग कांग्रेस से नाराज हैं और जितना वह अधिक वोट करेंगे, उतनी कांग्रेस को क्षति होगी। इसलिए कम-से-कम 25 हजार कर्मचारियों को मतदान से षड्यंत्रपूर्वक वंचित किया गया। बैलेट पेपर से हुए मतदानों में उजागर व्यापक अनियमितताओं को लेकर बीजेपी बेहद गंभीर है और इस दिशा में समाधानकारक कार्रवाई की मांग करती है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव के लिए आवश्यक है कि प्रत्याशियों और उनके अभिकर्ताओं को इस मतदान के स्थान, समय इत्यादि की जानकारी दी जाती, भाजपा को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई। वहीं कांग्रेस को सभी जानकारी दी गई थी।
उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर से हुए सभी मतदानों का विवरण प्रदान करें। इसके साथ ही बैलेट पेपर से हुए मतदानों की अनियमितताओं को गंभीरता से लेकर इन तमाम शिकायतों का निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के एक मंत्री कवासी लखमा ने कुरुद विधानसभा में बिना अनुमति के सभा किया जिसकी भी शिकायत उन्होंने निर्वाचन आयोग से की है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग अगर भाजपा की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी, तो भाजपा भारत निर्वाचन आयोग और न्यायालय में भी इन शिकायतों को लेकर जाएगी।
पूर्व मंत्री चंद्राकर के इस बयान पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार किया है। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव हार रही है हर के बौखलाहट से वह अधिकारियों पर धमकाने पर उतर आए हैं। चुनाव में अगर आप हर रहे हैं, तो जनता ने आपकी लोकप्रियता उसकी उदाहरण है। आप विपक्ष के रूप में जनता के हितों के सामने नहीं आए, झूठ मुद्दों के आधार, मुद्दों की दिवालियापन के आधार पर जनता के बीच में गए थे। जनता आपको नकार दी है। इस पर आप अधिकारियों को क्यों धमका रहे हैं? ये भारतीय जनता पार्टी की गलत मानसिकता है। अधिकारियों को धमकाना भाजपा बंद करें। कांग्रेस पार्टी भी चुनाव आयोग में जाएगी और अधिकारियों जो दबाव डाल के अधिकारियों को धमकाने की कोशिश की जा रही है और दबाव डालते हुए गलत काम करवाने की भारतीय जनता पार्टी जो कोशिश कर रही है, उसकी इसकी शिकायत कांग्रेस करेगी।