कोरबा में ‘ज्योति मौर्या’ जैसा मामला: मजदूर ने पत्नी को पढ़ा-लिखाकर बनाया टीचर, नौकरी लगते ही दूसरे संग चली गई
यूपी के ज्योति मौर्या का मामला आपने पढ़ा और सुना होगा। दावा है कि पति ने पढ़ा-लिखाकर अफसर बनाया। एसडीम बनते ही वह पति को छोड़कर दूसरे के साथ चली गई। अब पति परेशान है और मामला सुर्खियों में है। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा में भी सामने आया है। एक ठेका मजदूर ने अपनी पत्नी को पढ़ाया और उसे टीचर बना दिया। लेकिन नौकरी लगते ही पत्नी छोड़कर चली गई। पति का कहना है कि वह किसी अन्य के साथ गई है। अब उसने पत्नी को सरकारी नौकरी से बर्खास्त करने की गुहार लगाई है।
बालको निवासी शांति कुमार कश्यप भारत एल्युमिनियम प्लांट संयंत्र में ठेका मजदूर हैं। उनकी शादी 2011 में ग्राम तिलकेजा निवासी लुलेश्वरी कश्यप से हुई थी। शांति कुमार का दावा है कि उन्होंने अपनी पत्नी को पढ़ाया-लिखाया और टीचर बनाया। उनकी दो बेटियां भी हैं, लेकिन इसके बाद उनकी पत्नी करीब दो साल पहले 2021 में उन्हें छोड़कर दूसरे व्यक्ति शांति लाल साहू के साथ चली गई। शांति लाल उनके साथ ही काम करता और जमीन की दलाली करता था। प्लॉट पर काम कराने के दौरान पत्नी का उससे संपर्क हुआ।
शांति कुमार कश्यप का कहना है कि पत्नी को दूसरे मर्द के साथ देखकर उसने ससुराल में इसकी बात की। कहा कि वह अपनी बेटी को समझाएं, लेकिन उन्होंने उलटा उसे भड़का दिया। इसको लेकर परिवार परामर्श केंद्र में भी दोनों लोगों के बीच बातचीत हुई। उसके बाद गांव में भी पंचायत हूं। दोनों जगह कहा कि वह पत्नी को रखने के लिए तैयार है, इसके बाद भी वह नहीं आई। शांति कुमार कश्यप का कहना है कि उसकी पत्नी ने डेढ़ महीने पहले एक बच्चे को जन्म दिया है, जो उसका नहीं है। जबकि वह बिना तलाक के छोड़कर गई है।
कोरबा में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आवेदन लेकर पहुंचे शांति कुमार कश्यप ने कहा कि, उन्होंने अपनी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी से बाहर किया जाए। अब मैं अपनी पत्नी को साथ नहीं रखना चाहता हूं। बिना तलाक दिए, वह छोड़कर चली गई। बार-बार समझाने पर भी नहीं आई। शांति कश्यप ने कहा कि, उन्होंने एक पिता की तरह पत्नी के लिए सबकुछ किया। उसे फर्श से अर्श तक पहुंचाया। उसी तरह अब वह पत्नी को फर्श पर लेकर आएंगे, जिससे आगे से ऐसा न करे।