छत्तीसगढ़ ने रचा कीर्तिमान: स्वतंत्रता दिवस से पूर्व दो लाख लोगों ने गाया ‘वंदे मातरम’, बना अनोखा रिकॉर्ड
स्वतंत्रता दिवस से पहले रायपुर ने कीतिर्मान रचा है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में एक अनोखा रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव पर आज शुक्रवार को राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में करीब 2 लाख लोगों ने एक साथ राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ गाकर अनोखा रिकॉर्ड बनाया है।
ओम सेवा मंडली शिवशक्ति अवतार सेवा संस्थान और वसुधैव कुटुंबकम फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में देशभर से करीब 10 हजार से ज्यादा लोग रायपुर पहुंचे। इस दौरान अमेरिका से भी कई शख्स वंदे मातरम गाने रायपुर पहुंचे। कार्यक्रम में सबसे पहले सभी ने एक स्वर में राजकीय गीत ‘अरपा पैरी के धार…’ गाया। इसके बाद राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम….’ गाकर छत्तीसगढ़ के इतिहास के सुनहरे पन्नों में रिकॉर्ड कायम किया। बहुत जल्द ही इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जारी है।
देशभर के 16 राज्यों में आयोजित हुआ कार्यक्रम
बीजेपी, कांग्रेस समेत सभी दलों के नेता, स्कूल, कॉलेज के स्टूडेंड्स, सामजिक, धार्मिक, व्यापारिक और कई संगठनों के लोग देशभक्ति के इस कार्यक्रम में गोता लगाए। एक साथ 2 लाख लोगों ने राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ गाकर नया रिकॉर्ड बनाया। ओम सेवा मंडली और वसुधैव कुटुंबकम फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम के लिए मिशन 1 लाख का टारगेट रखा था। देशभक्ति से सराबोर इस कार्यक्रम में देश-प्रदेश के विभिन्न जिलों से लोग पहुंचे। बढ़ चढ़कर भाग लिया। संस्था ने बताया कि ये कार्यक्रम देशभर के 16 राज्यों में आयोजित किया गया। रायपुर आयोजन का मुख्य केंद्र रहा। इसमें ऑफलाइन के साथ ही अन्य राज्यों से लोग ऑनलाइन माध्यम से भी जुड़े। ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मिलाकर कुल 2 लाख लोगों ने वंदे मातरम गाया। इससे पहले भी संस्था ने साल 2019 में 15 किलोमीटर तक तिरंगा यात्रा निकालकर इतिहास रच चुकी है।
फेमस हस्तियों ने की शिरकत
कार्यक्रम में विधायक बृजमोहन अग्रवाल, विकास उपाध्याय, कुलदीप जुनेजा, पद्मश्री उषा बारले, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राम सुंदर दास महंत आदि फेमस हस्तियों ने शिरकत किए। इस आयोजन में लोगों ने उत्साहपूर्वक बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत अनुपम गार्डन से झांकी निकालकर की गई। इसमें स्कूल के नन्हे-मु्न्ने बच्चों और छात्रों ने भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी, महात्मा गांधी, नेताजी सुभाषचंद बोस, झांसी की रानी आदि वेशभूषा धारण कर पैदल मार्च करते हुए मुख्य आयोजन स्थल पहुंचे। इसके बाद यहां पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर समा बांध दिया। इस आयोजन में शामिल होने के लिए दो महीने पूर्व ही देश-प्रदेश के मशहूर हस्तियों कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अपील कराई गई गई थी।
300 से ज्यादा सामाजिक संस्थाओं ने सेवाएं दीं
वंदे मातरम टीम, ओम मंडली और वसुधैव कुटुम्बकम के रोहित सिंह ‘तिरंगा’ ने अमर उजाला टीम से खास बातचीत में बताया कि कार्यक्रम में मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण भारत, महाराष्ट्र, दिल्ली, यूपी, बिहार, कर्नाटक आदि राज्यों से करीब 8 हजार लोग रायपुर पहुंचे। वहीं छत्तीसगढ़ के दुर्ग, राजनांदगांव से लगभग 80 बसें, बलौदाबाजार जिले से दो बसों से लोग रायपुर पहुंचे। महासमुंद, अंबिकापुर और बस्तर समेत कई जिलों से लोग रायपुर पहुंचे। 300 से ज्यादा सामाजिक संस्थाओं ने अपनी सेवाएं दीं।