छत्तीसगढ़

हाईटेक बनेंगे छत्तीसगढ़ के 30 रेलवे स्टेशन, होगा कायाकल्प, पीएम मोदी 6 अगस्त को रखेंगे आधारशिला, बिलासपुर के नौ स्टेशन शामिल

अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत देश भर के 1275 रेलवे स्टेशनों के कायाकल्प किया जाना है। बिलासपुर, रायपुर एवं दुर्ग सहित छत्तीसगढ़ के कुल 30 स्टेशनों को शामिल किया गया हैं। शहर के दोनों किनारों के एकीकरण के साथ स्टेशनों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे । पीएम नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को वर्चुअली स्टेशनों के पुनर्विकास की आधार शिला रखेंगे।

अमृत भारत स्टेशन योजना अंतर्गत देश सभी राज्यों के रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 30 स्टेशनों का चयन किया गया है। स्टेशनों में यात्री केंद्रित सुविधाओं का विस्तार और आधुनिकीकरण किया जाएगा। रायपुर रेल मंडल के अधिकारियों के अनुसार इस योजना में रायपुर मंडल के रायपुर समेत दुर्ग, भिलाई पावर हाउस, भिलाई, बालोद, दल्ली राजहरा, भानुप्रतापपुर, सरोना, मरोदा, मंदिर हसौद, उरकुरा, भिलाई नगर, बिल्हा, निपानिया, भाटापारा, हथबंद, तिल्दा नेवरा स्टेशन को शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य रेलवे स्टेशनों पर न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं को बढ़ाने के लिए मास्टर प्लान तैयार करना है। चरणबद्ध तरीके से इसका काम शुरू किया जाएगा। स्टेशन में मौजूद नई सुविधाओं की शुरुआत के साथ पुरानी सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा।

ये सुविधाएं मिलेंगी

Ranchi One Way (1)
Raipur 10- (2)
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रेलवे अधिकारियों ने बताया है कि इस योजना में स्टेशनों तक पहुंचने में सुधार, मुफ्त वाई-फाई, वेटिंग रूम और शौचालयों जैसे जगहों को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जायेगा। इसके साथ ही स्टेशनों पर यात्रियों के लिए बेहतर सूचना प्रणाली जैसे व्यवस्थाओं को भी मास्टर प्लान में शामिल किया गया है। मानकीकृत साइनेज, पैदल मार्ग और सुनियोजित पार्किंग क्षेत्र की व्यवस्था की जाएगी। योजना में महिलाओं और दिव्यांगों का भी ध्यान रखा गया है। सभी श्रेणियों के स्टेशनों पर महिलाओं और दिव्यांगजनों के लिए पर्याप्त संख्या में शौचालय बनाएं जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत उच्च स्तरीय प्लेटफार्म का निर्माण सभी श्रेणियों के स्टेशनों पर किया जाएगा।स्थानीय कला और सांस्कृतिक तत्वों से स्टेशन आदि को यात्रियों के लिए एक सुखद अनुभव प्रदान करने के लिए सजाया जाएगा।

इस कार्यक्रम में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 9 स्टेशन इन योजना में सम्मिलित हैं। बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग के साथ साथ अकलतरा, भिलाई पावर हाउस , तिल्दा-नेवरा, गोंदिया, वडसा एवं चांदाफोर्ट स्टेशनों में व्यापक प्रस्तावित विकास कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा। शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। शहर के समग्र शहरी विकास की समग्र दृष्टि से संचालित एकीकृत दृष्टिकोण, रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित है। इससे स्टेशन भवन का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।

स्टेशनों के पुनर्विकास से जुड़े कामों के पूरा होने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं मिला करेंगी। अभी इन स्टेशनों पर सभी मूलभूत सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन इस योजना के बाद बाद में स्टेशनों में व्यापक यात्री सुविधाओं का विस्तार हो जाएगा। पुनर्विकास के बाद बिलासपुर , रायपुर और दुर्ग स्टेशन हाईटेक यात्री सुविधाओं के साथ टेक्नोलॉजी, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक केंद्र बनेंगे। यात्रियों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ रोजगार बढ़ने की व्यापक संभावना विकसित होगी, जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा ।

शहर के दोनों किनारों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण रेलवे स्टेशन के आसपास केंद्रित शहर के समग्र शहरी विकास की समग्र दृष्टि से प्रेरित है। ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ में 7, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन शामिल हैं। गुजरात और तेलंगाना में 21-21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में 18-18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 और अन्य सम्मिलित हैं।

इस योजना में आधुनिक यात्री सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ अच्छी तरह से डिजाइन किए गए यातायात परिसंचरण, अंतर-मॉडल एकीकरण और यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अच्छी तरह से डिजाइन किए गए साइनेज को सुनिश्चित करेगा। स्टेशन भवनों का डिजाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगी। स्टेशन बिल्डिंग के दोनों तरफ से शहर व्यापक एंट्री का प्रावधान, लिफ्ट एवं एस्कलेटर का प्रावधान, कार पार्किंग की सुविधा, पूर्ण ग्रीन बिल्डिंग, यात्री सुविधायुक्त विशाल कान्कोर्स, विशाल छत आवरण, नए बड़े फुट ओवर ब्रिज, स्टेशन की छतों पर सोलर पैनल, रेनहार्वेस्टिंग, प्रस्तावित स्टेशन बिल्डिंग में हेरिटेज महत्व के साथ साथ स्थानीय कला और संस्कृति का समावेश जैसी विशेषताएं शामिल रहेंगी।

इनके अतिरिक्त अकलतरा, तिल्दा-नेवरा, भिलाई पावर हाउस, गोंदिया, वडसा एवं चांदा फोर्ट स्टेशनों के यात्री सुविधाओं के व्यापक पुनर्विकास कार्य की विशेषताओं में आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त फुट ओवर ब्रिज का प्रावधान, लिफ्ट एवं एस्कलेटर का प्रावधान, सर्कुलटिंग एरिया का उन्नयन, वेटिंग हाल और टायलेट्स का उन्नयन, स्टेशन लाइटिंग में सुधार, साइनेज, ट्रेन एवं कोच इंडिकेटर बोर्ड्स की सुविधा, पार्किंग एरिया में वृद्धि, प्लैटफार्म एरिया का विस्तार, शेड द्वारा कवरिंग, स्थानीय कला और संस्कृति के अनुसार स्टेशन के वाह्य स्वरूप का उन्नयन शामिल किया जाएगा। अमृत भारत स्टेशन स्कीम रेलवे की एक महात्वाकांक्षी योजना है।

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