जशपुर में हुई अनुकम्पा नियुक्ति संदेह के घेरे में,फिर उजागर हुआ फर्जी अनुकम्पा नियुक्ति का 2 नया मामला ,कलेक्टर ने दिए जाँच के निर्देश, डीईओ शिक्षा विभाग ने गठित किया तीन सदस्य जांच दल,
शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति को लेकर उपजा विवाद गहराता जा रहा है। नियुक्ति प्रक्रिया में गड़बड़ी एक के बाद उजागर हो रहा है। ऐसे ही दो नए मामलों में कलेक्टर डा रवि मित्तल के निर्देश पर जिला शिक्षाधिकारी जेके प्रसाद ने शिकायत की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। जांच रिपोर्ट पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है।
दोनों ही मामले जिले के मनोरा विकासखंड की है। पहला मामला इस ब्लाक के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खरसोता का है। शिक्षा विभाग ने इस विद्यालय में विद्या तिर्की को 20 अगस्त 2019 को भृत्य के पद पर अनुकंपा नियुक्ति दी थी। प्रशासन को मिली शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विद्या तिर्की के पिता सिलब्रियुस तिर्की मनोरा ब्लाक के भभरी के शासकीय प्राथमिक शाला में प्रधानपाठक के पद पर कार्यरत थे।
लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया था। निधन के बाद शासन के निर्देश के अनुसार आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर नियुक्ति पत्र जारी किया गया था, लेकिन इस प्रक्रिया में अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने के लिए आवेदक ने आवेदन और इसके साथ दिए गए शपथ पत्र में इस तथ्य को छिपाया कि विद्या तिर्की की मां प्रभा तिर्की शिक्षक प्राथमिक शाला डीहडांड़ में शिक्षक के पद पर पदस्थ है।
इसी प्रकार दूसरा मामला मनोरा ब्लाक के शासकीय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आस्ता का है। शिकायत के अनुसार इस स्कूल में सहायक ग्रेड 3 के पद पर पदस्थ मनीष कुजूर को उनकी मां कुमुदनी सुषमा कुजूर के निधन के बाद शिक्षा विभाग द्वारा 5 जून 2021 को अनुकंपा नियुक्ति दी गई थी।
कलेक्टर के निर्देश के अनुसार डीईओ प्रसाद ने तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। जांच दल में शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य कमला केरकेट्टा,जिला शिक्षा कार्यालय के सहायक संचालक देवका द्विवेदी और डाईट के व्याख्याता आरबी चौहान को शामिल किया गया है। यह तीन सदस्यीय टीम मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपेगी। रिपोर्ट में मिली खामियों क आधार पर संबंधित दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डीईओ, जशपुर जेके प्रसाद ने कहा “कलेक्टर के निर्देश पर दोनों मामलों की जांच के लिए जांच समिति गठित कर दी गई है। समिति द्वारा जांच के बाद सौंपे गए रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध नियम अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।” – ,
दो लिपिक हो चुके हैं बर्खास्त
जिले में अनुकंपा नियुक्ति को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले भी जिले में इस तरह के दो मामले विधानसभा के बजट सत्र में भाजपा के विधायक बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से उठाया था। इनमें से एक मामला जिले के जशपुर ब्लाक के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के भुडकला का था। इस संस्था में सहायक रोड के पद पर पदस्थ प्रेम कुमार को उनके पिता बैजनाथ राम के निधन के बाद अनुकंपा नियुक्ति दी गई थी। जबकि अनुकंपा नियुक्ति के दौरान प्रेम का बड़ा भाई मनकुमार शिक्षा विभाग मैं ही कार्यालय सहायक के पद पर कार्यरत है। दूसरा मामला जिले के कुनकुरी ब्लाक से उजागर हुई थी। यहां के बदरचुवा हायर सेकेंडरी स्कूल में सहायक ग्रेड 3 के पद पर कार्यरत दुर्गेश नायक को उनके पिता देवचरण के निधन के बाद अनुकंपा नियुक्ति दी गई थी। जबकि अनुकंपा नियुक्ति के दौरान दुर्गेश का बड़ा भाई अनिल नायक, शहर के समीप स्थित गम्हरिया के हाई स्कूल में कार्यालय सहायक के पद पर कार्यरत है।