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पटरी पर दौड़ी देश की पहली रैपिड रेल, गाजियाबाद में प्रधानमंत्री ने किया उद्घाटन….सबसे तेज़ रेल में सफऱ 20 रु से….

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजियाबाद मे रैपिड-एक्स रेल को हरी झंडी दिखा दी। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। उद्घाटन के बाद नरेंद्र मोदी ने ट्रेन में सफर भी किया। बता दें कि यह ट्रेन पहले चरण में गाजियाबाद से दुहाई तक चलेगी। इसका किराया 20 रुपये से लेकर 100 रुपये तक है। 17 किमी की दूरी यह ट्रेन मिनटों में पूरी करेगी। रैपिड एक्स को देश की मिनी बुलेट ट्रेन कहा जा रहा है। यह भारत की पहली रैपिडएक्स ट्रेन है जिसे नमो भारत के नाम से जाना जाएगा। इसके संचालन के बाद से मेरठ-गाजियाबाद में आर्थिक विकास के रफ्तार पकड़ने की भी उम्मीद है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के शुभारंभ के साथ साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ने वाली रैपिडएक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह भारत की पहली रैपिडएक्स ट्रेन है जिसे नमो भारत के नाम से जाना जाएगा।

‘नमो भारत’ रैपिड रेल के उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गाजियाबाद में देश की पहली रैपिड रेल ‘नमो भारत’ के 17 KM लंबे पहले खंड का हरी झंडी दिखाकर उद्घाटन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहे। ट्रेन के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने बच्चों संग रेल यात्रा का आनंद लिया और ट्रेन और स्टेशन स्टाफ से भी बात की। ‘नमो भारत’ रैपिड रेल कई तरह की हाईटेक सुविधाओं से लैस है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के 17 किलोमीटर के पहले खंड के बीच साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच के खंड पर साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो समेत पांच स्टेशन हैं। उद्घाटन के एक दिन बाद 21 अक्टूबर को इसे आम यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। दिल्ली-मेरठ तक पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस को जून 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है।

रैपिड एक्स के उद्घाटन के समय पीएम नरेंद्र मोदी इसका नया नामकरण करेंगे। बताया जा रहा है कि भारतीय रेलवे और गतिशीलता से भारत मजबूत हो रहा है। वंदे भारत ट्रेनों और अमृत भारत रेलवे स्टेशनों के बाद अब आरआरटीएस ट्रेन को नमो भारत के नाम से जाना जाएगा। अभी कुछ समय पहले ही एनसीआरटीसी ने रैपिड रेल का नाम बदलकर रैपिड एक्स किया था। सभी कोच और स्टेशन पर यही लिखा हुआ है। अब अचानक नाम बदले जाने से एनसीआरटीसी को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। भविष्य में जो कोच बनेंगे उसमें नमो भारत नाम लिखकर आ सकता है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे प्रायॉरिटी सेक्शन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई होते ही दुहाई डिपो को जोड़ेगा। प्रधानमंत्री ने 8 मार्च 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी।

प्रधानमंत्री ने 8 मार्च 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर की नींव रखी थी। नए विश्व स्तरीय परिवहन बुनियादी ढांचे के निर्माण के जरिए देश में क्षेत्रीय संपर्क को बदलने की प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि के अनुसार आरआरटीएस परियोजना विकसित की जा रही है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जा रहा है। इसके पूरा होने पर यात्री एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली से मेरठ पहुंच सकेंगे। यह कॉरिडोर गाजियाबाद, मुरादनगर तथा मोदीनगर शहरों को आपस में जोड़ेगा। पीएमओ ने बताया कि एनसीआर में कुल आठ आरआरटीएस कॉरिडोर की पहचान की गई है, जिसमें पहले चरण में तीन कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी-अलवर और दिल्ली-पानीपत के क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी गई है।

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