सर्जरी के बाद भी नहीं मानी हार, क्लैट परीक्षा में हासिल किया 12वां स्थान
किसी भी सपने को हकीकत में बदलने के लिए कठिन परिश्रम, इच्छाशक्ति, एकाग्रता और विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मक सोच का होना जरूरी है। ये मानना है कृष्णा पब्लिक स्कूल डुंडा रायपुर के कक्षा 12वीं के छात्र अंश पाराशर का, जिन्होंने इस वर्ष 18 दिसम्बर को आयोजित CLAT-23 (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) में ऑल इंडिया रैंकिंग में 1140 स्थान प्राप्त किया है। वहीं छत्तीसगढ़ में 12वें स्थान पर कब्जा जमाकर अपने परिजनों, विद्यालय और शहर का नाम रोशन किया है।अंश पाराशर ने बताया कि CLAT-23 के लिए उन्होंने जब मार्च 2022 में तैयारी प्रारंभ की तो राह आसान नहीं थी। सामने 12 वीं बोर्ड परीक्षा की पढ़ाई तो थी ही उन्हें मई 2022 में एक सर्जरी से गुजरना पड़ा, जिसके कारण मई माह से जुलाई 2022 तक उनकी तैयारी प्रभावित हो गई थी, लेकिन उन्होंने दृढ़ संकल्प लिया था कि 18 दिसम्बर 2022 को आयोजित होने वाली CLAT-23 की परीक्षा में अच्छे नम्बर लाने की पूरी कोशिश करेंगे। प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सकारात्मक रहते हुए संयम से काम लेकर अगस्त से उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई के साथ-साथ CLAT के लिए प्रतिदिन 6 से 8 घंटे की मेहनत करते हुए यह मुकाम हासिल किया है। कोचिंग संस्थान की प्रतियोगी परीक्षा में भूमिका के संबंध में अंश का कहना है कि एक अच्छी कोचिंग संस्थान मार्गदर्शन का कार्य अवश्य कर सकती है, लेकिन विद्यार्थी को मार्ग पर चलना स्वयं पड़ता है। अंश अपने विद्यार्थी जीवन के प्रारंभ से ही मेधावी छात्र रहे हैं। कक्षा 5वीं में 98 प्रतिशत, कक्षा 8वीं में 97 प्रतिशत और 10वीं में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त अर्जित किए हैं। IAS बनना उनका सपना है। उनके परिवार में पिता न्यायाधीश एवं माता शिक्षिका हैं।