अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष विक्रम धुर्वे ने की आत्महत्या, इस विधानसभा सीट से थे प्रबल दावेदार
भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष एवं चिखलाकसा नगर पंचायत के सांसद प्रतिनिधि विक्रम धुर्वे ने चिखला कसा स्थित निवास में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिसके बाद से पूरे जिले में शोक है। भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी कार्यकर्ता उनके निज निवास रवाना हुए हैं। दल्ली राजहरा थाना प्रभारी वीणा यादव से पूरे मामले में जानकारी ली गई तो बताया कि घटना दोपहर लगभग 1:00 से 2:00 के बीच की है और हम अभी घटनास्थल पर पहुंचे हुए हैं। थाना प्रभारी वीणा यादव ने बताया कि हमें घर पहुंचने के साथ-साथ दरवाजा तोड़कर कमरे में प्रवेश करना पड़ा। जिस समय विक्रम धुर्वे ने यह कदम उठाया उस समय घर में कोई भी मौजूद नहीं था। फिलहाल मामले में प्रारंभिक जांच शुरू हो गई है। लेकिन राजनीति में इसका तगड़ा असर देखने को मिल रहा है। वह एक सरल सुलझे हुए सक्रिय राजनीति करते थे। राजनीतिक गलियारों में एक अच्छा व्यक्तित्व लेकर आगे बढ़ रहे विक्रम धुर्वे ने आखिर यह कदम क्यों उठाया यह सब के लिए एक पहेली बनी हुई है। फिलहाल पुलिस की जांच के बाद ही मामले का कोई खुलासा हो पाएगा। गुप्त सूत्रों से जो जानकारी हमें प्राप्त हुई थी उसमें यह बात निकलकर सामने आई है कि विक्रम धुर्वे डौंडीलोहारा के विधानसभा प्रत्याशी के रूप में सबसे आगे चल रहे थे। उनका राजनीतिक भविष्य भी बेहद उज्जवल था। आखिर उन्होंने इस तरह का कदम क्यों उठाया यह सोचने वाली बात है।