फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार, निश्चेतना विशेषज्ञ बनकर देखता था मरीज, नाम और डिग्री भी निकली फेक
निश्चेतना विशेषज्ञ बनकर मरीजों को इलाज करने वाले फर्जी डॉक्टर को कसडोल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दूसरे डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने जांच की तो डॉक्टर का नाम और डिग्री फर्जी मिली है। आरोपी पिछले काफी समय से लोगों का इलाज और प्रैक्टिस कर रहा था। पुलिस ने आरोपी को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया है।आद्या हॉस्पिटल कसडोल के डॉयरेक्टर डॉ. आरएस जोशी ने लिखित आवेदन देकर श्याम कोसले नामक व्यक्ति के फर्जी डिग्री के सहारे मरीजों का इलाज करने संबंधी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सचिन्द्र चौबे एवं उप पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन में आवेदन पत्र की सघन जांच कर आरोपी श्याम कोसले को अभिरक्षा में लिया गया। जांच में आरोपी श्याम कोसले द्वारा फर्जी नाम पता डॉक्टर गौरी श्याम नंदा पिता राधेश्याम नंदा निवासी पुरुषोत्तमपुर जिला जयपुर उड़ीसा के नाम से स्वयं को निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर के रूप में प्रस्तुत करना पाया गया। जांच में आरोपी द्वारा फर्जी सर्टिफिकेट देकर अस्पताल में “ऑन कॉल” के माध्यम से फर्जी डॉक्टर बनकर, धोखा देकर फर्जी तरीके से डॉक्टरी सेवा की जा रही थी। जांच पर आरोपी के विरुद्ध थाना कसडोल में धारा 419, 420, 467, 468, 470, 471 में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई है। प्रकरण में फर्जी डॉक्टर का नाम एवं फर्जी डिग्री के सहारे इलाज करने वाले आरोपी श्याम कोसले पिता लैनूराम कोसले उम्र 40 साल निवासी ग्राम बंगोली थाना कुरूद जिला धमतरी को पकड़कर मेमोरंडम कथन के तहत फर्जी दस्तावेज जब्त किया गया है। आरोपी श्याम कोशले से पूछताछ पर बलौदाबाजार के श्री राम हॉस्पिटल, आनंद हॉस्पिटल, ओमकार हॉस्पिटल, वाजपेई नर्सिंग होम, वर्मा हॉस्पिटल भाटापारा एवं रायपुर के मित्तल हॉस्पिटल में भी आरोपी द्वारा काम करना बताया गया है। पुलिस द्वारा जांच कार्रवाई की जा रही है।