जशपुर

भारी ट्रकों को PMGSY की सड़क में चलने से रोकने लगाय गए बेरियर मे ट्रक चालको से हो रही है अवैध वसूली

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंर्तगत निर्मित सड़कों को भारी वाहनों से होने वाली क्षति को रोकने के लिए लगाया गया बेरियर,वाहन चालकों से अवैध वसूली का केन्द्र बन गया है। बेरियर में तैनात किये गए कर्मचारी,प्रति वाहन सौ से दो सौ रूपए लेकर,वाहनों को सड़क से पार होने दे रहें हैं। इससे,सड़क गड्ढे में तब्दील होती जा रही है।
वहीं,इस पूरे मामले से जिम्मेदार विभागिय अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं। उनका कहना है कि बेरियर और उनमें तैनात किये गए कर्मचारी,संबंधित ठेकेदार के हैं। विभाग का इससे कोई लेना देना नहीं हैं।

मामला जिले के फरसाबहार ब्लाक के पम्पशाला से सरईटोला सड़क का है। पीएमजीएसवाय योजनार्न्तगत,इस सड़क का निर्माण लगभग एक साल पहले किया गया था। लगभग 20 किलोमीटर लम्बी यह सड़क तपकरा फरसाबहार और पत्थलगांव लैलूंगा स्टेट हाईवे को जोड़ता है। तपकरा से लवाकेरा हो कर लैलूंगा जाने वाली स्टेट हाईवे की स्थिति खराब होने के कारण,इन दिनों पमशाला सरईटोला सड़क पर भारी वाहनों का दबाव बढ़ गया है। गड्ढों से बचने के लिए भारी वाहन चालक,इस सड़क का उपयोग कर रहे हैं। क्षमता से अधिक भारी वाहन चलने से सड़क पर गड्ढे होने लगे हैं। इसे रोकने के लिए,यहां दो बेरियर स्थापित किये गए हैं। एक बेरियर,पमशाला में और दूसरा सरईटोला में है। इस दोनों बेरियर में भारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए दो दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। पीएमजीएसवाय के अधिकारियों के अनुसार,इन कर्मचारियो के वेतन का खर्चा,संबंधित रोड ठेकेदार द्वारा वहन किया जा रहा है,क्योकि यह सड़क फिलहाल,गारंटी अवधी में हैं। विभाग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एसएन साय का कहना है कि पीएमजीएसवाय की पुरानी सड़कों की अधिकतम भार वहन क्षमता 12 टन और नई सड़कों का 50 टन होता है। क्षमता से अधिक भार वाली वाहनों के चलने से सड़कें क्षतिग्रस्त होती है। इसलिए,दो नवनिर्मित सड़कों पर,भारी वाहनों को रोकने के लिए ठेकेदारों ने बेरियर स्थापित किया है। सड़कों की सुरक्षा के नाम पर स्थापित बेरियर में 24 घंटे हो रही अवैध वसूली से पीएमजीएसवाय के जिम्मेदार अधिकारियों ने पल्ला झाड़ लिया है। ईई साय का कहना है कि बेरियर संचालन और तैनात कर्मचारियों की जिम्मेदारी पूरी तरह से सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार की है। इसलिए,अवैध वसूली की शिकायतों पर जो भी कार्रवाई होना है,वह ठेकेदार द्वारा ही किया जाएगा। दरअसल,अवैध वसूली का यह मामला,उस समय विवाद में आया जब,सरईटोली में स्थापित बेरियर पर तैनात कर्मचारी का,ट्रक चालकों से अवैध वसूली करते हुए,एक विडियो इंटरनेट मिडिया में वायरल होने लगा। इस विडियों में देखा जा सकता है कि बेरियर में तैनात कर्मचारी,ट्रक चालकों से रूपए लेकर,बेरियर खोल कर,भारी ट्रकों को जाने दे रहा है। सरईटोला बेरियर से पहले,इन भारी ट्रकों का,पमशाला के बेरियर से पार होना भी,संदेह को जन्म देता है।

पीएमजीएसवाय के इंजिनियर,फिरोज खान का कहना है कि बेरियर की स्थापना कलेक्टर के आदेश से स्थापित किया गया है। उन्होनें जिस आदेश का हवाला दिया है,वह आदेश,जिले के तात्कालिन कलेक्टर महादेव कावरे ने 18 जून 2019 को जारी किया था। इस साल,कुनकुरी से तपकरा,लवाकेरा से लैलूंगा व बागबहार,तपकरा से फरसाबहार की स्टेट हाईवे की स्थिति,भारी वाहनों के लगातार चलने से बेहद खराब हो गई थी। कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग के क्षतिग्रस्त होने के कारण,सभी भारी वाहन,इन्ही सड़कों से हो कर गुजर रही थी।
पीएमजीएसवाय ईई एसएन साय,ने कहा कि ‘बेरियर की स्थापना संबंधित रोड ठेकेदार द्वारा किया गया है। बेरियर,में हो रही अवैध वसूली के संबंध में वहीं,जानकारी दे सकते हैं।’

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page