जैन परंपरा :श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ सम्पन्न
जैन परंपरा में विशेष महत्व रखने वाले श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान महोत्सव एवं विश्व शांति महायज्ञ का आज सोमवार को यहां समापन हो गया।
जैन समाज जशपुर के तत्वावधान में पुण्यार्जक कमल कुमार विमल कुमार पाटोदी परिवार द्वारा दिनांक 20 से 27 नवंबर तक आयोजित यह आठ दिवसीय विधान महोत्सव बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ।
सिद्ध चक्र विधान सभी विधानों में सर्वश्रेष्ठ विधान है। ऐसा माना जाता है कि पूर्ण श्रद्धा और भक्ति भाव से इसे संपन्न करने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ-साथ सुख समृद्धि की भी प्राप्ति होती है।
सिद्धों की आराधना कर सभी मनोरथों को पूर्ण करने वाले इस आठ दिवसीय विधान में प्रतिदिन जैन मंदिर जशपुर प्रांगण में प्रातः नित्य नियम पूजन अभिषेक, शांति धारा के बाद विशेष मंत्रो के उच्चारण से पूजन विधान संपन्न किया गया। इस हेतु दमोह मध्यप्रदेश से प्रतिष्ठाचार्य एवं शिक्षाचार्य प.आशीष जैन जी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था ।
इस अवसर पर प्रतिदिन रात्रि में श्री जी की महा आरती के बाद पंडित जी द्वारा प्रवचन भी दिया गया जिसका सभी जैन धर्मावलंबियों ने लाभ उठाया।विधान के दौरान श्रीसंघ महिला संगठन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए, जिसमें बच्चों और महिलाओं ने अपनी प्रेरणादायक लघु नाटिका एवं नृत्य की प्रस्तुति से सब का मन मोह लिया।भोपाल मध्यप्रदेश से आये संगीतकार लोकेश जैन एंड पार्टी ने पूजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शमां बांध दिया आज सोमवार को समापन दिवस पर प्रातः विश्व शांति हेतु महायज्ञ हवन किया गया तत्पश्चात श्री जी की शोभायात्रा निकाली गई जो नगर भ्रमण करते हुए वापस जैन मंदिर पहुंची इस आयोजन को लेकर जैन समाज में काफी उत्साह बना रहा जिसमें बाहर से झारखंड, बिहार ,राजस्थान,गुजरात,दिल्ली, असम आदि प्रान्तों से भी बहुत से लोग अतिथि के रूप में शामिल हुए।