मिनीमाता की 51वीं पुण्यतिथि मनाई गईं,सतनामी समाज के उत्थान एवं नारियों के लिए किए गए संघर्ष को याद किया
जय सतनाम कल्याण परिषद एवं अजाक्स संघ जशपुर के संयुक्त तत्वावधान में आज स्वतंत्र भारत के छत्तीसगढ़ के प्रथम महिला सांसद, चतुर्थ गुरुवंशज, महाकारुणिक ममतामयी मिनीमाता जी की 51वीं पुण्यतिथि,बाबा साहब डॉ भीमराम अम्बेडकर चौक में मनाई गई। वक्ताओं ने उनके जीवन परिचय के साथ सतनामी समाज के उत्थान एवं नारियों के लिए किए गए संघर्ष को याद किया। समाज के बुद्धिजीवीयों व गणमान्य नागरिकों ने द्वीप प्रज्ज्वलन करके ममतामयी मिनीमाता अमर रहे…२ के जयघोष के साथ पुष्पांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से बीपी जाटवर,एसके रात्रे,बीआर भारद्वाज,एसके जांगड़े,जीपी घिदौड़े, एसके शिंदे,राजेन्द्र प्रेमी,भारत रत्नम खुंटे,ईश्वर डाहीरे, राजकुमार रत्नाकर,ईश्वर पाटले,मनिक जाटवर,आरबी निराला,ऋषि महिलांगे, अफ़रोज़ खुंटे,सुभाष चंद्र ,श्रीमती राजकुमारी जाटवर,पुष्पा प्रेमी,कविता कुर्रे पाटले,सरोजनी डाहीरे के अलावा समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बीपी जाटवर के द्वारा ममतामयी मिनीमाता जी की जीवनी पर उद्बोधन दिए। कार्यक्रम का संचालन के साथ राजेन्द्र प्रेमी “सरस्” के द्वारा उनकी जीवन दर्शन को स्वरचित गीत..दाई मिनीमाता ओ तोर चरण मा शीश नवावा दाई मिनीमाता ओ, की बेहतरीन प्रस्तुती दी गई।
श्री जाटवर के द्वारा कार्यक्रम सफलता के लिए समाज के लोगों को साधुवाद ज्ञापित किया एवं आने वाले समय में होने वाले अन्य सभी कार्यक्रमों में उपस्थित होने की अपील भी की गयी।