नौ जनवरी को 242 जिलों में होगा प्रधानमंत्री नेशनल अप्रेंटिसशिप मेला, 1000 कंपनियां देंगी नौकरियां
राष्ट्रीय स्किल इंडिया मिशन द्वारा भारतीय युवाओं के लिए करिअर एवं रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के तहत, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (MSDE) नौ जनवरी, 2023 को भारत के 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 242 जिलों में प्रधानमंत्री नेशनल अप्रेंटिसशिप मेला (PMNAM) आयोजित कर रहा है।
इस अप्रेंटिसशिप मेले में विभिन्न क्षेत्रों से करीब एक हजार कंपनियां शामिल हो रही हैं। ये कंपनियां स्थानीय युवाओं को अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग के माध्यम से करिअर में सही दिशा पाने का मौका और स्किल्ड आवेदकों को ऑन द स्पॉट नौकरियां देंगी। इससे युवाओं को आजीविका के साथ नए स्किल्स सीखने का अवसर भी मिलेगा।
Apprenticeship Mela: पांचवीं पास से लेकर ग्रेजुएट तक करें आवेदन
वे उम्मीदवार जो कक्षा पांचवीं से 12वीं पास हैं और जिनके पास स्किल ट्रेनिंग सर्टिफिकेट हैं, या वे आईटीआई ट्रेड डिप्लोमा होल्डर या ग्रेजुएट हैं, वे इस अप्रेंटिसशिप मेले में आवेदन कर सकते हैं। अप्रेंटिसशिप मेले में भाग लेने और अपने नजदीकी आयोजन स्थल का पता लगाने के लिए इच्छुक उम्मीदवार apprenticeshipindia.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वहीं, आगामी अप्रेंटिसशिप मेलों संबंधी अधिक जानकारी के लिए अधिक जानकारी के लिए msde.gov.in पर विजिट कर सकते हैं।
मेले में उम्मीदवारों को अपने रिज्यूमे की तीन प्रतियां, सभी मार्क शीट और प्रमाण-पत्रों की तीन प्रतियां, फोटो पहचान पत्र (आधार कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस आदि) और पासपोर्ट आकार के तीन फोटो ले जाने होंगे। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि जिन उम्मीदवारों ने अपना नामांकन पहले ही कर लिया है, उनसे अनुरोध है कि वे अपने सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ आयोजन स्थल पर पहुंचें। इस मेले के माध्यम से, उम्मीदवार ट्रेनिंग सेशन्स के बाद अपनी रोजगार क्षमता दर में सुधार के लिए नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (NCVET) से मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर सकेंगे।
हर महीने के दूसरे सोमवार को अप्रेंटिसशिप मेले
तिवारी ने बताया कि देशभर में हर महीने के दूसरे सोमवार को अप्रेंटिसशिप मेलों का आयोजन किया जाता है, जिसमें चयनित व्यक्तियों को नए कौशल हासिल करने के लिए सरकारी मानदंडों के अनुसार मासिक स्टाइपेंड मिलता है। अप्रेंटिसशिप को कौशल विकास का सबसे टिकाऊ मॉडल माना जाता है और स्किल इंडिया मिशन के तहत इसे काफी बढ़ावा दिया जा रहा है।