सरगुजा जिले के तीनों विधानसभा के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों ने शुक्रवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. सीएम भूपेश बघेल की अगुवाई मे अम्बिकापुर, लुंड्रा और सीतापुर के कांग्रेस प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान कई दिलचस्प नज़ारा देखने को मिला और कई गंभीर बात भी सुनी गईं.
सरगुजा जिले के अम्बिकापुर विधानसभा से विधायक, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, सीतापुर विधानसभा से खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और लुंड्रा विधानसभा से डॉ प्रीतम राम ने अपना नामांकन दाखिल किया.
इन तीनों के नामांकन कराने के लिए सूबे के सीएम भूपेश बघेल आज अम्बिकापुर पहुंचे थे. जब नामांकन के लिए भूपेश बघेल कलेक्ट्रेट पहुंचे तो सबसे पहले उनकी मुलाक़ात टीएस सिंहदेव से हुई और दोनों ने गले मिलकर एक दूसरे का अभिवादन किया. उसके बाद टीएस सिंहदेव के साथ खड़ी उनकी भतीजा बहु और भतीजी ने पैर छूकर भूपेश बघेल से आशीर्वाद लिया. इनसे मुलाक़ात करने के बाद सीएम जैसे ही आगे बढ़े सामने से आ रहे खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने भी सीएम भूपेश बघेल के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. और फिर सीएम अमरजीत भगत के नामांकन के लिए नामांकन कक्ष पहुंचे.
नामांकन जमा करने के दौरान जब डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव सीएम भूपेश बघेल का इंतज़ार कर रहे थे. तभी मुहूर्त के अनुसार उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बीजेपी प्रत्याशी राजेश अग्रवाल की कलेक्ट्रेट में एंट्री हुई. एंट्री गेट के नज़दीक खड़े टीएस सिंहदेव और राजेश अग्रवाल का आमना सामना हुआ. और फिर बीजेपी प्रत्याशी टीएस सिंहदेव के नज़दीक गए और उन्होंने सिंहदेव का पैर छूकर आशीर्वाद लिया. टीएस सिंहदेव ने भी बक़ायदा राजेश अग्रवाल को आशीर्वाद भी दिया. इतना ही नहीं राजेश अग्रवाल चंद मिनट के लिए वहां खड़े भी रहे और टीएस सिंहदेव के साथ खड़े लोगों से हाथ मिलाए.
मनाने की कोशिश बेकार- सिंहदेव
जब राजेश अग्रवाल उनके साथ खड़े कांग्रेस नेताओं से हाथ मिला रहे थे. तब टीएस सिंहदेव उनके लिए कहते सुने गए कि राजेश को बहुत खींचने मनाने की कोशिश की गई. लेकिन राजेश नहीं माने. बता दें राजेश अग्रवाल 2017 से पहले तक कांग्रेस में थे. और टीएस सिंहदेव के नज़दीकी माने जाते थे. लेकिन राजेश अग्रवाल के मुताबिक वह टीएस सिंह देव के साथ नाराज़गी और पीएम मोदी के विजन से प्रभावित होकर बीजेपी में आ गए थे.