देशकाम की ख़बर

अयोध्या के श्री राम मंदिर में निकली पुजारियों के पदों की भर्ती….. श्री राम मंदिर में पुजारी के रूप में सेवा करने का सुनहरा मौका…..

रामनगरी अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर के ट्रस्ट ने पुजारी के पदों के लिए एक नोटिफिकेशन

रामनगरी अयोध्या में मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी के साथ चल रहा है, रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख भी तय हो गई है। ऐसे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट नए पुजारियों की नियुक्ति करने का फैसला लिया है। इसके लिए इच्छुक व्यक्तियों से आनलाइन आवेदन मांगे गए है। आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन पदों के लिए अयोध्या क्षेत्र के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।

Ranchi One Way (1)
Raipur 10- (2)
previous arrow
next arrow

जरुरी अहर्ता…..
आवेदकों की उम्र सीमा 20-30 साल के बीच होनी चाहिए। वो देश के किसी भी हिस्से के हो सकते हैं।पुजारी का आवेदन करने वाले को गुरुकुल शिक्षा प्राप्त और रामानंदीय परंपरा (रामलला की पूजा-अर्चना वैष्णव मत के रामानंदीय परंपरा से होती है) से दीक्षा लिया हुआ होना चाहिए। ट्रेनिंग के बाद पुजारी के लिए उसका चयन किया जाएगा। ट्रेनिंग के दौरान पुजारी के रहने-खाने की व्यवस्था होगी और ट्रेनिंग के दौरान 2000 रुपये महीने दिए जाएंगे। इच्छुक व्यक्ति श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उत्कृष्ट अर्चकों की तैनाती राम मंदिर में की जाएगी।

आवेदन की अंतिम तिथि और आवेदन के लिए ईमेल…
आवेदन के लिए अंतिम तारीख 31 अक्टूबर 2023 है। नोटिफिकेशन में एक इमेल आईडी भी शेयर की गई है, जिस पर आवेदन भेजना है, ईमेल आईडी है-contact@srjbtkshetra.org चयनित व्यक्तियों को प्रवेश परीक्षा देनी होगी, फिर उन्हें 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। विशेष ट्रेनिंग के बाद अर्चक (पुजारी) की नियुक्ति होगी।

जनवरी 2024 में श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है….
अगले साल 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। मंदिर विस्तार और श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पूजा-पाठ आदि के लिए ट्रस्ट द्वारा पुजारियों की नियुक्ति की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि 22 जनवरी 2024 को खुद पीएम नरेंद्र मोदी मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे।इस कार्यक्रम में देशभर से मानद संत भी शामिल हो सकते हैं। हाल में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या जाकर मंदिर निर्माण कार्य की समीक्षा की थी।

लखनऊ विश्वविद्यालय चला रहा अर्चक का वोकेशनल कोर्स
लखनऊ विश्वविद्यालय में पूजा-पाठ कराने के लिए वोकेशनल कोर्स चलाया जा रहा है। इस कोर्स को अर्चक प्रशिक्षण नाम दिया गया है। वोकेशनल कोर्स के जरिए किसी भी जाति के छात्र पुजारी बन सकते हैं। इस कोर्स में मंदिर में पूजा-पाठ की सारी क्रियाएं बताई गई है, जैसे-पूजा कैसे की जाती है, पूजा विधि क्या है, शंख कैसे बजाएं और मंत्रोच्चारण कैसे होता है आदि के बारे में विस्तार से सिखाया जाता है। बता दें कि 2020 में ही सीएम योगी आदित्यनाथ एक भाषण में मंदिरों में योग्य पुजारियों की नियुक्ति की चर्चा की थी। इसके पश्चात नई शिक्षा नीति के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय ने अर्चक प्रशिक्षण कोर्स की शुरुआत की। कोर्स में एडमिशन 2022 से शुरू हुआ इसके बाद से लगातार प्रवेश जारी है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page