दो कोबरा सांप को फिर रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा, कहा- इन्हें मारिये नहीं हमें फोन करें
जिले के रहने वाले द्वारिका कोल सर्प मित्र ने एक बार फिर दो दिनों में दो कोबरा सांप का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित जंगलों में छोड़ा है। द्वारिका कोल अब तक हजारों की संख्या में सर्पों को लोगों के घरों से पकड़कर उन्हें सुरक्षित जंगलों में छोड़ चुके हैं।गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के पेंड्रा में रहने वाले सर्पमित्र द्वारका कोल की पहचान लोगों के घरों से सांप पकड़ने के रूप में है। जब सांप देखा जाता है तो लोग इन्हें कॉल करते हैं। जिसके बाद द्वारिका या इनके रेस्क्यू टीम के अन्य सदस्य तत्काल मौके पर पहुंचकर सांपों को सुरक्षित पकड़कर उनकी जांच करते हैं। देखते हैं कि उनके शरीर मे कोई चोट घाव तो नही है। उसके बाद सांपों को सुरक्षित जंगल मे छोड़ देते हैं।द्वारिका के द्वारा पिछले दो दिनों में दो कोबरा सांप को जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया है। अब तक इनके द्वारा हजारों की संख्या में जहरीले सर्प जो रहवासी क्षेत्र में पहुंच जाते हैं उन्हें पकड़ चुकें हैं। सर्प मित्र द्वारका कोल सर्प को ऐसे स्थानों की सूचना पर मौके पर पहुंचकर हजारों से ज्यादा की संख्या में जहरीले सांपों को सुरक्षित जंगलों में छोड़ चुके हैं। वहीं, सर्पमित्र द्वारिका कोल आमजन से अपील करते हैं कि अगर धोखे से सांप आपके घरों में घुस जाए तो उन्हें मारे नहीं उन्हें या उनकी टीम के द्वारा जारी किए मोबाइल नम्बर पर सूचना दें। ताकि, तत्काल सांप को रेस्क्यू कर सकें। द्वारिका कोल के द्वारा पहले भी विलुप्त प्रजाति के सांपों का प्रजनन भी कराया जा चुका है। द्वारिका लगभग 20 साल से सर्पमित्र का काम करते हैं और इनकी टीम में लगभग आधा दर्जन सदस्य है।