शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया गया है कि उन्होंने रात को ही मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस्तीफा सौंप दिया था। इस्तीफा देने के बाद गुरुवार को वे अपने गृहक्षेत्र प्रतापपुर पहुंच गए। गोविंदपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस्तीफा दिया नहीं जाता, ले लिया जाता है। मंत्रिमंडल से हटाए जाने का दुख उनके चेहरे से स्पष्ट नजर आया। उन्होंने कहा कि आगे चुनाव में काम करना है।
छत्तीसगढ़ के शिक्षामंत्री डा. प्रेमसाय सिंह ने अपने पद से इस्तीफा देना स्वीकार किया है। इस्तीफा देने के बाद वे अपने गृह विधानसभा क्षेत्र प्रतापपुर पहुंचे। गोविंदपुर में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मंत्री पद पर किसी को रखना और नहीं रखना ये मुख्यमंत्री के विवेकाधिकार पर निर्भर करता है। मुख्यमंत्री पूरे राज्य के होते हैं। मुझसे कहा गया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का निर्देश है, आपको इस्तीफा देना है। इस्तीफा दिया नहीं जाता, उसे लिया जाता है। इस्तीफा देने की जो प्रक्रिया है, उसका पालन किया गया है।
चुनाव के कुछ माह पूर्व मंत्रिमंडल में फेरबदल व संगठन की जवाबदेही को लेकर डा. प्रेमसाय सिंह ने कहा कि ये सब चलता रहता है। संगठन और पार्टी की प्रक्रिया है। आगे चुनाव में काम करना है। पार्टी का जो निर्देश होगा, उसके हिसाब से काम करना है। डा. प्रेमसाय ने अपनी टिकट कटने के सवाल पर कहा कि किसका टिकट कटेगा और किसका नहीं कटेगा, ये अलग बात है, लेकिन पार्टी हित में काम करना है।
अगले शिक्षामंत्री के सवाल पर डा. प्रेमसाय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री तय करेंगे कि किसे कौन सा विभाग मिलेगा। ये सीएम पर निर्भर करता है। डा. प्रेमसाय सिंह ने कहा कि मैं शिक्षक के पद से इस्तीफा देकर आया था। हमेशा मेरी प्राथमिकता शिक्षा रही है। आगे भी शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए काम करता रहूंगा।