किसानों की आज ‘गर्जना रैली’, कहा- वोट लेने के बाद नेता भूल जाते हैं, भुगतेंगे खामियाजा
सोमवार भारतीय किसान संघ रैली निकाल रहा है। किसान गर्जना रैली के माध्यम से 11 मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव किया जाएगा। शहर की पुरानी मंडी में किसान नेता पहुंचना शुरू हो गए हैं। सभा के बाद कलेक्ट्रेट की ओर कूच करेंगे। किसान नेताओं ने कहा कि सभी कृषि उत्पादों के लिए लाभकारी मूल्य की गारंटी की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन अभी तक सरकार ने सुनवाई नहीं की है। केवल कुछ फसलों में बोनस और प्रोत्साहन राशि देकर अपने जवाबदारी से पल्ला झाड़ लेती है। उसे भी समय-समय पर सहूलियत के हिसाब से चालू व बंद करती रहती है। नेताओं ने कहा कि, पिछली सरकार ने किसानों को दो साल के धान का बोनस नहीं दिया। वहीं इस सरकार ने गन्ने के बोनस में 50 प्रतिशत से अधिक कटौती कर दी है। सरकार का किसानों के साथ इस प्रकार का मनमाना रवैया बंद होना चाहिए। राजनीतिक दल चुनाव से पहले जो घोषणा पत्र जारी करते हैं।
- शक्कर कारखाना में गन्ना बेचने वाले किसानों को पेराई सत्र 2021-22 के लिए 79.50 रुपए / क्विंटल की दर से बोनस प्रदान किया जाए।
- धान के अलावा कोदो, सोयाबीन, गन्ना आदि फसलों के लिए वर्ष 2021-22 के लिए दिए गए किसान न्याय योजना की राशि जिले के अधिकांश किसानों को नहीं मिली है। अतः छूटे हुए सभी किसानों को यह राशि प्रदान किया जाए।
- सुतियापाठ जलाशय नहर नाली का विस्तार शीघ्र ही किया जाए। साथ ही जिले के अन्य सभी सिंचाई परियोजनाओं को पूर्ण किया जाए।