सूरज पर हो रहे विशालकाय गड्ढे, इस रहस्य से हैरत में वैज्ञानिक, धरती को लेकर डरावनी चेतावनी
सूरज के रहस्यों को जानने की कोशिश में लगे वैज्ञानिकों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। बीते कई दिनों से सूरज के अंदर विशालकाय काले गड्ढों का निर्माण हो रहा है। यह इतने विशालकाय हैं कि इनमें कई धरती समा सकती है। इन गड्ढों से तेज गति से गर्म सौर लहर बाहर आ रही है। वैज्ञानिकों ने हाल ही में बने गड्ढों को देखा है जिससे धरती को नुकसान हो सकता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह गड्ढे कोरोनल होल हैं जो सूरज के बीच में बने हैं। सूरज के ऊपरी वायुमंडल के इलेक्ट्रिफाइड गैसों यानी प्लाज्मा के तापमान में गिरावट होने के बाद इन गड्ढों का निर्माण होता है। यह गड्ढे दूसरी जगहों से घने होते हैं जिसकी वजह से काले रंग के नजर आते हैं। दूर से देखने पर प्रतीत होता है कि सूरज में गड्ढा हो गया है।
सूरज में इन गड्ढों के किनारे चुबंकीय रेखाएं मजबूत हो जाती हैं और गड्ढों में मौजूद सौर पदार्थों को बाहर खींचती हैं। 2.90 करोड़ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से सौर तूफान निकल रहा है। इस सौर लहर में तेजी से इलेक्ट्रॉन्स, प्रोटोन्स और अल्फा पार्टिकल्स बाहर निकलते हैं जिन्हें धरती की चुंबकीय शक्ति सोखती है।
इस दौरान सूरज की लहर और धरती के चुंबकीय क्षेत्र में एक युद्ध शुरू हो जाता है जिसे जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म कहा जाता है। धरती के दोनों ध्रुवों पर वायुमंडल पतले हैं। जहां से सौर लहरें वायुमंडल के अंदर पहुच जाती हैं। इसकी वजह से वहां रंग-बिरंगी रोशनी दिखती है जिसा नॉर्दन लाइट्स कहा जाता है।
इन गड्ढों के कारण सौर तूफान धरती की तरफ आ रहा है जो जी-1 जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म है। हालांकि इससे धरती को अधिक खतरा नहीं है। लेकिन बिजली के ग्रिड और कुछ सैटेलाइट्स पर इसका असर हो सकता है। अमेरिका के मिशिगन और यूरोप के मायन के ऊपर नॉर्दन लाइट्स का निर्माण हो सकता है।
भारत में छठ पर्व के दौरान सूरज में पहला गड्ढा बना था जिसके बाद सूरज की मुस्कुराती तस्वीर जारी हुई थी। दरअसल इन गड्ढों का निर्माण तभी से शुरू हुआ है जिसके बाद से लगातार पांच बार ऐसे गड्ढे बन चुके हैं।