: छत्तीसगढ़ में चुनावी साल में ईडी की शराब घोटाले मामले में लगातार कार्रवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई है. इसपर छत्तीसगढ़ कांग्रेस का बयान सामने आया है.
छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है. लेकिन इससे पहले ईडी ने छत्तीसगढ़ में डेरा डाल दिया है. 500 करोड़ के कोयला घोटाले के बाद 2 हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाले का दावा किया है. अब कांग्रेस ने दावा किया है कि कथित शराब घोटाले पर ईडी की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. कोर्ट के इस फैसले को कांग्रेस अपनी जीत मान रही है और बीजेपी पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगा रही है. अब कोर्ट के फैसले से जेल में बंद अफसरों और नेताओं को बड़ी राहत मिली है.
शराब घोटाले मामले में ईडी की कार्रवाई पर रोक
दरअसल, मंगलवार को छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर कथित शराब घोटाले में ईडी की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से रोक लगाने का दावा किया है. छत्तीसगढ़ कांग्रेस की संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि ईडी के द्वारा रचे गए षड्यंत्र कथित शराब घोटाले को जांच पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई है. इसका कांग्रेस पार्टी स्वागत करती है. हम शुरू से कहते थे ईडी की कार्रवाई विद्वेषपूर्ण की गई कार्रवाई है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी राजनीतिक रूप लड़ नहीं पा रही थी. ईडी और आईटी को आगे कर षड्यंत्र रच जा रहे है. शराब घोटाला ईडी की द्वारा लिखी गई फर्जी घोटाला है. सुप्रीम कोर्ट के रुक के बाद अब कांग्रेस को भरोसा है कि इस मामले की सच्चाई सामने आएगी.
आपको बता दे कि ईडी ने पिछले कई महीने से शराब घोटाले मामले में लगातार कार्रवाई कर रही है. ईडी का दावा है कि छत्तीसगढ़ में 2019 से 2022 तक शराब में 2 हजार करोड़ रुपए से अधिक रुपए के भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग हुआ है. इसमें कांग्रेस के नेता और रायपुर मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया गया है. इसमें राज्य के बड़े नेताओं और अधिकारियों का समर्थन था. कच्ची शराब सरकारी शराब दुकान बेचने और इससे मुनाफा कमाने का आरोप अनवर ढेबर पर लगाया गया है.अब तक 180 करोड़ रुपए की चल अचल संपत्ति कुर्क किया गया है
इस मामले में ईडी ने अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लों और अरुण पति त्रिपाठी को गिरफ्तार किया है. ईडी ने रायपुर, भिलाई, दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में कई स्थानों पर 50 से अधिक तलाशी अभियान चलाए हैं और नकद, फिक्स डिपॉजिट, शेयर और आभूषण सहित 58 करोड़ रुपए अटैच किया था. इसको मिलाकर अब तक शराब घोटाले मामले में ईडी ने कुल 180 करोड़ रुपए जब्ती और कुर्की किया है. जिन लोगों की संपत्ति कुर्क की गई है इसमें आईएएस अफसर सहित 14 लोगों शामिल है.