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छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक : हाथियों से जान बचाने भाग रही गर्भवती महिला की मौत, दो लोग घायल कई घरों को पहुंचाया नुकसान,

छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक जारी है बिलासपुर से जशपुर तक हाथियों ने मौत का खुनी खेल चल रहा है
इसके चलते ग्रामीणों में दहशत है.
ज्ञात हो अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र में इन दिनों हाथियों का आतंक जारी है. हाथियों ने एटीआर के बफर जोन क्षेत्र में कई घरों को नुकसान पहुंचाया है. वहीं बीती रात हाथी से बचने भाग रही गर्भवती महिला की गिरने से मौत हो गई. दो अन्य लोग भी घायल हुए हैं. हादसे के बाद वन विभाग हाथियों के लोकेशन को ट्रेस कर रहा है. साथ ही ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी है.


यह घटना खुड़िया पुलिस चैकी क्षेत्र के वनग्राम मंजूरहा के आश्रित गांव बिसौनी की है. यहां कल रात करीब तीन बजे गांव वालों के चिल्लाने की आवाज से हाथियों को देख पति-पत्नी हाथियों से जान बचाने भाग रहे थे. इस दौरान गर्भवती महिला की साड़ी फस गई और वह गिरने से घायल हो गई. उन्हें आज सुबह एंबुलेंस की मदद से लोरमी के सामुदायिक अस्पताल इलाज के लिए लाया जा रहा था, इस दौरान बिजराकछार पहुंचते ही महिला ने दम तोड़ दिया.


बताया जा रहा है कि मृतिका के गर्भ में 3 माह का बच्चा भी था. गांव के बजरु बैगा ने बताया कि दस से अधिक की संख्या में हाथियों का दल गांव में आया है. इसकी सूचना उन्हें नहीं थी कि अचानक अन्य लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. इस दौरान एक महिला रामकुमारी बैगा की भागने के दौरान मौत हो गई है. वहीं कई लोग घायल हुए हैं.

फुटबॉल की तरह उड़ा और गिरकर हो गई मौत, मजदूरी करके मोटरसाईकिल से लौट रहा था घर, रास्ते में ही हाथी ने ले ली जान, अब जशपुर के करीब पहुँचा हाथियों का दल

मृतिका के परिवार को वन विभाग ने दी सहायता राशि
इस घटना को लेकर अचानकमार टाइगर रिजर्व के बफर जोन के रेंजर किशोर साहू ने बताया कि हाथियों का दल एटीआर क्षेत्र में है, जिसे भगाने का काम जारी है. सूचना के अनुसार जान बचनाकर भागने वाली महिला की मौत हो गई है तो वहीं दो अन्य घायल हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए लोरमी के सामुदायिक अस्पताल लाया जा रहा है. इसके साथ ही हांथियों के आतंक से 4-5 कच्चा मकान टूट गया है. फिलहाल मृतिका के परिवार वालों को तत्काल वन विभाग की तरह से सहायता राशि 25 हजार रुपए दिया गया है. अन्य सभी को शासन के नियमानुसार उचित मुआवजा राशि दी जाएगी.

घटना को लेकर मृतिका के पति दुजराम बैगा ने बताया कि वह अपने गर्भवती पत्नी के साथ रात में कच्ची मकान में सो रहा था. अचानक बाहर से चिल्लाने की आवाज आई. बाहर देखा तो हाथी के आने की सूचना थी और अपनी जान बचाने भाग रहे थे. इस दौरान उनकी गर्भवती पत्नी गिर गई और गिरने से ही उनकी मौके पर मौत हो गई है. वनविभाग के अधिकारी ने बताया कि हाथियों के लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है. ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है.

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