गुरुवार सुबह हाथियों ने एक महिला को कुचलकर मार डाला। महिला अपने खेत में गई थी। इस दौरान हाथियों का दल वहीं मौजूद था, लेकिन कोहरे के कारण दिखाई नहीं दिया। सूचना मिलने पर पहुंची वन विभाग की टीम ने परिजनों को तात्कालिक रूप से 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी है। वहीं लोगों को अलर्ट रहने के लिए कहा है। ग्रामीणों में दहशत है। मामला प्रतापपुर वन परिक्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, प्रतापपुर वन परिक्षेत्र की धरमपुर बीट में 35 से 40 हाथियों का दल कई दिनों से मौजूद है। बुधवार को यह दल बगरा के जंगलों में था, लेकिन रात में गौरा गांव पहुंच गया। बताया जा रहा है कि स्थानीय महिला परातो बाई घुरलाही (62) गुरुवार सुबह करीब 5.30 बजे खेत जाने के लिए निकली थी। इस दौरान गन्ने के खेत में हाथियों का दल मौजूद था। घना कोहरा और धुंध होने के कारण वह हाथियों को नहीं देख सकी।
हाथी ने सूंड़ पकड़ कर पटका, फिर कुचल दिया
खेत के किनारे पहुंचते ही एक हाथी अचानक से सामने आ गया। उसे देखकर परातो बाई वहां से भागी, लेकिन हाथी ने सूंड़ से पकड़ लिया और उठाकर पटक दिया। फिर पैरों से कुचलकर परातो बाई की जान ले ली। इस दौरान अन्य लोगों ने देखा तो घटना का पता चला। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। इस पर रेंजर विनय टंडन वन अमले के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
हाथियों का दल अब भी गौरा के पास ही डटा हुआ है। वन अमले ने घटना के बाद मुनादी कराकर लोगों को सतर्क कर दिया है। हाथियों की मौजूदगी से गौरा के साथ कोटेया, बगरा और भरदा गांव के लोग सहमे हुए हैं। वन विभाग ने लोगों को जंगल के पास नहीं जाने और धुंध में सतर्क होकर कहीं आने-जाने की सलाह दी है। धरमपुर सर्किल में हाथी पहले भी कई लोगों की जान ले चुके हैं।