आंधी तूफान का कहर, लाड़ी पर गिरा पेड़, चौथी में पढ़ने वाले बच्चे की मौत
आंधी तूफान ने तीन भाइयों के बीच के एकलौते चिराग को बुझा दिया। पेड़ लाड़ी गिरने से गुरुवार को चौथी क्लास में पढ़ने वाले मासूम बच्चे की दब गया। इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गई।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा इलाके की ग्राम पंचायत मरकानार में आम का एक विशालकाय पेड़ लाड़ी पर गिरने से गुरुवार को चौथी क्लास में पढ़ने वाले मासूम बच्चे की दब गया, गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां मासूम ने शनिवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उधर, दर्जनभर गांवों में 24 घंटे से बिजली गुल होने से अंधेरा छा गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत मरकानार निवासी चमन पटेल की साइकिल पंचर की दुकान गांव में है।
दुकान में चमन का बेटा रोहन पटेल अकेला बैठा था इस बीच आम का पेड़ा लाड़ी पर गिर गया। आम के पेड़ के नीचे वह दब गया। आसपास के लोगों की मदद से किसी तरह से बच्चे को पेड़ की शाखाएं काटकर बाहर निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने देखा कि अधिक खून बह रहा है।
गंभीर हालत में बच्चे को इलाज के लिए नारायणपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि रोहन पटेल अपने माता-पिता की एक लौती संतान था। बड़े पिता और चाचा के बीच में वह अकेला बच्चा था।
गुरुवार की आंधी तूफान ने तीन भाइयों के बीच के एकलौते चिराग को बुझा दिया। चौथी क्लास में पढ़ने वाला रोहन काफी होनहार था, पिता की साइकिल की दुकान पर अक्सर बैठने से गांव में सभी लोगों से परिचित था। बच्चे की मौत होने से गांव में मातम छा गया है। वहीं बेटे की मौत के बाद परिवार पूरी तरह से टूट गया है।
आंधी तूफान के चलते कैसेकोड़ी गांव में 11 केवी की लाइट पर पेड़ गिरने से जगह-जगह तार टूट गया। तार टूटने से गांव में बिजली गुल हो गई। बिजली विभाग की ओर से बताया जा रहा कि नदी पार के अधिकतर गांवों में बिजली के तारों पर पेड़ गिर गए हैं। पेड़ गिरने से तार टूट गए। मुख्य लाइन का तार टूटने से करीब दर्जनभर गांव में कल से अंधेरा छा गया है।