जान हथेली पर रख नाला पार कर रहा ग्रामीण बहा, एनडीआरएफ ने किया रेस्क्यू, मिली लाश
शुक्रवार दोपहर जंगल से लौट रहा ग्रामीण उफनते मानिक नाले में बह गया। उसके साथी ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वह साथी ग्रामीण को पकड़ नहीं सका। सूचना पर मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने दो घंटे की मशक्कत के बाद शव को बरामद कर लिया। मामला सूरजपुर जिले के भैयाथाना थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्राम खाड़ापारा का है
सरगुजा संभाग में चार दिनों से हो रही जमकर बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। इस दौरान कई स्थानों पर पुल की सुविधा नहीं होने और पुल के उपर पानी बहने से लोग मुसीबत में हैं। शुक्रवार को भैयाथाना थानाक्षेत्र अंतर्गत ग्राम खाडापारा निवासी 65 वर्षीय सालिक राम रजवार खुखड़ी-पुटू की तालाश में अपने साथी रामप्रसाद के साथ गया था।
जंगल से वापस आते समय वह गांव जाने के लिए मानिक नाला को पार कर रहा था। नाले में तेज बहाव के कारण उसका पैर फिसल गया और वह पानी के तेज बहाव में बहने लगा। उसके पीछे चल रहे साथी राम प्रसाद ने उसे बचाने का प्रयास किया और उसके सिर पर बंधे पगड़ी को पकड़ा, लेकिन उसकी पगड़ी खुल गई और वह सालिक राम को नहीं बचा सका।
रामप्रसाद के नाले में बह जाने की सूचना ग्रामीणों ने झिलमिली थाने को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजेन्द्र साहू ने एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम ने ग्रामीण की तलाश के लिए अभियान बचाया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद सालिक राम के शव को बरामद किया जा सका। उसका शव मौके से काफी दूर मिला। शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है।
इस दौरान मौके पर जनपद सदस्य सुनील साहू, भगवान दास, राम प्रसाद, उदय राम, जवाहिर राजवाड़े सहित जिला सेनानी संजय गुप्ता एवं ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद थे। ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में बारिश के कारण दो दिनों से मानिक नाले में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।