सरगुज़ा

लकड़ी लेने गए तीन युवकों पर बाघ ने किया हमला, 20 मिनट तक जंगल में हुआ संघर्ष, एक की मौत दो गंभीर

सोमवार की सुबह लकड़ी लेने जंगल गए तीन युवकों पर गांव की सीमा से लगे जंगल में बाघ ने हमला कर दिया। बाघ को देखकर तीनों युवकों ने करीब 20 मिनट तक बाघ से संघर्ष किया। बाघ ने तीनों युवकों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। युवकों का शोर सुनकर बड़ी संख्या में गांववाले हथियार एवं लाठियों से लैस होकर मौके पर पहुंचे तो बाघ एक किनारे जंगल में जाकर बैठ गया। बाघ के हमले में गंभीर रूप से घायल एक युवक की अस्पताल लाते समय मौत हो गई एवं दो अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। ऐहतियातन सूरजपुर डीईओ ने ओड़गी ब्लाक के स्कूलों की छुट्टी कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार ओड़गी ब्लाक के कालामांजन गांव निवासी तीन युवक समय लाल पिता रूप साय (33), कैलाश सिंह पिता दादू सिंह (35) एवं राय सिंह पिता रुज बिहारी (27) वर्ष सोमवार की सुबह करीब 6.30 बजे लकड़ी लेने के लिए गांव से लगे जंगल में गए थे। गांव की सीमा से करीब तीन सौ मीटर दूर जंगल में पहले से मौजूद बाघ ने तीनों युवकों पर हमला बोल दिया। हमले के दौरान कैलाश एवं समयलाल आगे चल रहे थे। उनपर ही बाघ ने पहले हमला बोला। उनके पीछे आ रहे राय सिंह ने दोनों साथियों को बाघ के चंगुल में देखकर टांगी लेकर बाघ से भिड़ गया। अचानक रायसिंह द्वारा हमला कर दिए जाने से बाघ सहम गया और राय सिंह को पकड़ जबड़े से दबा लिया। इस दौरान मौका पाकर कैलाश व समयलाल ने टांगी से बाघ पर हमला कर दिया। करीब 20 मिनट तक तीनों युवक बाघ से जूझते रहे। बाघ ने तीनों युवकों को पंजा मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस दौरान बाघ के जबड़े में युवकों ने टांगी से हमला कर दिया, जिससे बाघ भी घायल हो गया। युवकों का शोर सुनकर पास के गांववाले भागते हुए टांगी, लाठी एवं भाला लेकर मौके की ओर दौड़े। उनका शोर सुनकर अन्य गांववाले की मौके की ओर भागे। बड़ी संख्या में ग्रामीणों के शोर मचाते हुए मौके पर पहुंचने पर बाघ सहमकर पास ही बैठ गया। ग्रामीण खून से लथपथ तीनों युवकों को बोरों में उठाकर वाहन से ओड़गी अस्पताल पहुंचे।बाघ के हमले में तीनों युवकों को गंभीर चोटें आई हैं। हमले में घायल राय सिंह की अस्पताल लाते समय रास्ते में मौत हो गई। बाघ के हमले से उसका सिर फट गया था और खून ज्यादा बह गया। उसके पीठ, पेट, हाथ एवं पैरों में भी बाघ के पंजे मारे जाने से चोटें आई थीं। अन्य दो युवकों कैलाश एवं समयलाल के भी शरीर के कई हिस्सों में बाघ के पंजे एवं जबड़े से काटे जाने के कारण गंभीर चोटें आई हैं एवं उनकी हालत गंभीर है। दोनों को जिला अस्पताल रिफर किया जा रहा है। घटनास्थल मां कुदरगढ़ी धाम से करीब तीन किलोमीटर दूर है। उत्तर छत्तीसगढ़ के सिद्ध शक्तिपीठ के रूप में विख्यात कुदरगढ़ धाम में नवरात्र के अवसर पर प्रतिदिन हजारां की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। वहीं ओड़गी के अधिकांश गांव जंगलों से लगे हुए हैं। ऐहतियातन सूरजपुर डीईओ ललित पटेल ने ओड़गी ब्लाक के स्कूलों की छु्ट्टी घोषित कर दी है। बताया गया है बाघ घायल होने के बाद ज्यादा आक्रामक हो गया है। गांववालों को जंगली क्षेत्र में न जाने की हिदायत दी गई है। सूरजपुर जिले में बाघ के विचरण की सूचनाएं कुछ दिनों से मिल रही थीं। एक माह पूर्व बाघ वाड्रफनगर क्षेत्र में पहुंच गया था और हाइवे के किनारे विचरण करते देखा गया था।बाघ के हमले में एक युवक की मौत एवं दो अन्य के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना पर सूरजपुर डीएफओ संजय यादव, एसडीएम भैयाथान सागर सिंह, एसडीओपी भैयाथान राजेश जोशी पुलिस एवं वन अमले के साथ मौके पर पहुंचे। गांव वालों ने बताया कि हमलावर बाघ अब भी मौके के पास ही डटा हुआ है। संभवतः बाघ घायल है और वह गुर्रा रहा है। ग्रामीणों को जंगल से दूर रहने कहा गया है। आसपास पुलिस एवं वन अमले को तैनात किया गया है।

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