बाजार खुलने के बाद से ही अडानी ग्रुप के शेयरों की जबरदस्त मांग
भारतीय शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले. बीएसई सेंसेक्स 22 अंक की बढ़त के साथ 66040 के स्तर पर खुला, जबकि निफ्टी 20 अंक की बढ़त के साथ 19821 के स्तर पर खुला. बाजार खुलने के बाद से ही अडानी ग्रुप के शेयरों की जबरदस्त मांग रही.
एनएसई और बीएसई पर शुरुआती कारोबार में अडानी ग्रुप के शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई. यह वृद्धि तब हुई जब सुप्रीम कोर्ट ने अडानी-हिंडनबर्ग मामले और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की जांच की मांग करने वाली कई याचिकाओं पर सुनवाई पूरी की. सेबी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसे अडानी ग्रुप की जांच पूरी करने के लिए अतिरिक्त समय की जरूरत नहीं है.
अडानी ग्रुप के शेयरों में उछाल (Adani Total Gas Share Price)
अदानी समूह की प्रमुख कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 4 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, लेकिन वास्तविक गति अदानी टोटल गैस के शेयरों ने पकड़ी, जिसमें लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अदानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में लगभग 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि अदानी पावर के शेयरों में लगभग 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹ 423 पर पहुंच गया. अदानी विल्मर के शेयरों में लगभग 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अदाणी पोर्ट्स के शेयरों में 3 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई. अदानी समूह की अन्य कंपनियों में, एनडीटीवी के शेयर मूल्य में 5 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, अंबुजा सीमेंट्स के शेयर मूल्य में 3 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई और एसीसी के शेयर मूल्य में 2 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई.
सेबी ने कहा था, जांच के लिए अब और समय की जरूरत नहीं है. इसी साल जनवरी में अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी ग्रुप पर गंभीर आरोप लगाए थे. पूंजी बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि वह अडानी हिंडनबर्ग मामले की जांच के लिए उससे अधिक समय नहीं मांगने जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त एक विशेषज्ञ समिति ने इस साल मई में अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा था कि अरबपति कारोबारी गौतम अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव से संबंधित कोई महत्वपूर्ण सबूत नहीं मिला है. इसके साथ ही इस समिति ने कहा था कि नियामक भी इस मामले में विफल नहीं हुआ है.