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टीकाकरण की मिलेगी ऑनलाइन जानकारी; गर्भवती महिलाओं-नवजातों के लिए इसी महीने शुरू होगा यूविन पोर्टल

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देश में गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के टीकाकरण को लेकर इसी माह यूविन पोर्टल लॉन्च होगा। यह कोविन प्लेटफॉर्म की तरह कार्य करेगा। अगर कोई गर्भवती महिला या शिशु टीकाकरण से वंचित रहता है तो उसकी जानकारी ऑनलाइन ही संबंधित क्षेत्र की स्वास्थ्य टीम को मिल जाएगी और घर जाकर उसका टीकाकरण किया जाएगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव डॉ. अपूर्व चंद्रा ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना महामारी के दौरान कोविन प्लेटफॉर्म के जरिये देश में 200 करोड़ से ज्यादा टीकाकरण हुआ जो पूरी दुनिया में सबसे अधिक है। भारत में पिछले कई साल से गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं का टीकाकरण किया जा रहा है। बीते 2023 में इस टीकाकरण ने करीब 80 फीसदी का लक्ष्य हासिल किया। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि काफी संख्या में गर्भवती महिलाएं और शिशु टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं।

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शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने की तैयारी
डॉ. चंद्रा के मुताबिक, इस लक्ष्य को शत प्रतिशत तक ले जाने के लिए यूविन पोर्टल को डिजाइन किया है। करीब एक साल से यह प्लेटफॉर्म देश के कुछ हिस्सों में बतौर पायलट के तौर पर चल रहा है। अब इसे राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्च करने की तैयारी है।

हर साल तीन करोड़ गर्भवती महिलाओं को लगेगा टीका
स्वास्थ्य सचिव ने कहा, इस माह में लॉन्च होने वाला यूविन प्लेटफॉर्म टीकाकरण का ऑनलाइन प्रबंधन है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तकनीक से देश में हर साल तीन करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं और सालाना जन्म लेने वाले लगभग 2.7 करोड़ बच्चों के टीकाकरण और दवाओं का स्थायी डिजिटल रिकॉर्ड भी रखा जाएगा।

एक ही पोर्टल में संयोजित करने का प्रयास
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय डिजिटल मिशन का एक लक्ष्य स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाना और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच असमानता को कम करना है। केंद्र सरकार अपनी प्रमुख योजना आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से उसी मॉडल को दोहराना चाहती है। टेलीमेडिसिन, टेलीमानस और ई-रक्तकोष जैसे विभिन्न क्षेत्रों में पहले से ही कई पोर्टल संचालित हैं, और उन्हें एक ही पोर्टल में संयोजित करने का प्रयास किया जा रहा है।

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