महंगी हुई सब्जियां:किलो वाले पाव पर आए: लहसुन 400, हरी सब्जियाँ 80 रुपये किलो से कम नहीँ महंगाई बिगाड़ रही स्वाद
छत्तीसगढ़ को केंद्र से मिले 6,070 करोड़ रुपए : सीएम साय ने पीएम मोदी और वित्तमंत्री का जताया आभार
नवरात्र के दौरान व्रत के कारण फलों की कीमत थोड़ी बढ़ी मगर सब्जियों की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है। आम दिनों में 20 रुपये किलो मिलने वाला आलू अब 40 रुपये किलो मिल रहा है। खुदरा बाजार में लौकी के अलावा कोई भी हरी सब्जी 80 रुपये प्रति किलो से कम नहीं है।
नवरात्र के दौरान लोग आलू का प्रयोग ज्यादा करते हैं। कंजिका पूजन और भंडारे का प्रसाद तैयार करने के लिए आलू और टमाटर की सब्जी बनती है। कंजिका पूजन के लिए प्रसाद तैयार करने के लिए आलू और टमाटर की खरीदारी श्रद्धालुओं को परेशान कर रही है। सब्जियों की यह महंगाई घरों की थाली को कमजोर कर रही है। हरी सब्जियों खास तौर पर मौसमी हरी सब्जियों की बढ़ी हुई कीमत घरों का बजट खराब कर रही हैं।
ओड़िशा से लुधियाना गांजा ले जाते पांच तस्कर जशपुर में गिरफ्तार, 26 किलो से अधिक गांजा और कार जब्त
बाजार में सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों के कारण ग्राहकों को मुश्किल आ रही है। कोई भी सब्जी 80-100 से कम नहीं हैं। टमाटर की कीमतें लगभग दोगुनी हो गई हैं और बगैर टमाटर सब्जी नहीं बन पाती। नवरात्र के दौरान फलाहार की प्रधानता के कारण आम तौर पर फल महंगे हो जाते हैं मगर यहां तो सब्जियां की कीमतें ही आसमान छूने लगी हैं। प्रशासन को आढ़तियों से बात कर समस्या का समाधान निकालना होगा। दुकानदारों ने बताया कि थोक में ही सब्जियां महंगी हैं, ऐसे में वे कम कीमत पर सब्जी नहीं बेच सकते हैं। किलो की जगह लोग 250 ग्राम और आधा किलो सब्जियां खरीद रहे हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारी निलंबित : पोषण आहार में गड़बड़ी की मिली थी शिकायत
सब्जियों की कीमतें
आलू 40 रुपये
प्याज़ 80 रुपये
लहसुन 400 रुपये
टमाटर 80 रुपये
बैंगन 80 रुपये
परवल 80- 90 रुपये
भिंडी 80 रुपये
तुरई 80 रुपये
करेला 80 रुपये
बरबट्टी 80 रुपये
पत्ता गोवी 80 रुपये
फूल गोभी 120 रुपये
गाजर 100 रुपये
लौकी 60 रुपये
फरसबीन 80 रुपये
शिमला मिर्च 180 रुपये
नोटः सभी सब्जियों के दाम प्रति किलो के अनुसार हैं।