खाली प्लाट में घायलवस्था में मिले युवक ने पीजीआई में तोड़ा दम, हत्या का केस दर्ज
कॉलोनी के खाली प्लाट में घायलवस्था में मिले गुलाबनगर निवासी विजय कुमार ने चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उसे 21 फरवरी को इलाज के लिए पीजीआई में रेफर किया गया था। लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। उधर मृतक के बड़े भाई अजय कुमार ने गांव के ही युवक अजय उर्फ मांगा पर विजय की हत्या करने का आरोप लगाया है। थाना जगाधरी पुलिस ने शिकायत पर आरोपी अजय उर्फ मांगा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज तफ्तीश आरंभ कर दी है।पुलिस को दी शिकायत में गुलाबनगर निवासी अजय कुमार ने बताया कि वह ऑटो चलाकर अपने परिवार का गुजारा करता है और वे चार भाई विजय कुमार, संजय कुमार और सबसे छोटा पवन कुमार है। विजय कुमार और माता बिमला देवी सबसे छोटे भाई पवन के साथ रहते थे। लेकिन विजय की संगति ठीक न होने के कारण उसकी पत्नी बिट्टे अपने लड़के गौरव के साथ अपने मायके गांव शादीपुर में रह रही थी। चूंकि विजय के खिलाफ कई चोरी के केस भी दर्ज थे इसलिए दोनों पति-पत्नी में पारिवारिक अनबन भी रहती थी और कभी कभार विजय शराब भी पी लेता था। लेकिन 15 मार्च की शाम को विजय घर से चला गया और रात तक घर नहीं लौटा। अगले दिन 16 मार्च को गांव की एक महिला ने उन्हें बताया कि रामनगर कॉलोनी के पास खाली प्लाट में विजय जख्मी हालत में पड़ा है।उसके बाद वह तुरंत अपने बेटे लक्की व रजत के साथ मौके पर पहुंचा, तो देखा विजय बेसुध पड़ा था और चोटें लगने के कारण घायल और खून भी निकल रहा था। इसके बाद वे घायल अवस्था में विजय को इलाज के लिए जगाधरी के सरकारी अस्पताल में लेकर गए यहां डॉक्टरों ने विजय की हालत को देखते हुए यमुनानगर सिविल अस्पताल में उसे रेफर कर दिया, लेकिन सुधार न होने के चलते उसे यहां से भी 18 मार्च को इलाज के लिए चंड़ीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया। लेकिन यहां इलाज के दौरान 21 मार्च को विजय ने दम तोड़ दिया। पुलिस को दिए बयानों में अजय कुमार ने बताया कि खुद और परिवार ने अपने स्तर पर छानबीन की तो उसे पता चला 15 मार्च की रात को करीब आठ बजे गांव का ही लड़का अजय उर्फ मांगा को उसके भाई विजय कुमार के साथ रामनगर कॉलोनी में घूमते हुए देखा गया था। मृतक विजय के भाई अजय ने आरोपी युवक अजय उर्फ मांगा पर हत्या करने का आरोप लगाया है।