रायपुर, 29 अक्टूबर 2025।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा ने कहा है कि कांग्रेस के तीव्र विरोध के बाद सरकार को आखिरकार मेकाहारा में सीटी स्कैन और एमआरआई जांच निःशुल्क करने की घोषणा करनी पड़ी, लेकिन यह निर्णय अपर्याप्त और भेदभावपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार को केवल राजधानी तक सीमित न रहते हुए प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी बेसिक जांच निःशुल्क करनी चाहिए।
सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि सरकार ने एक माह तक जांच और इलाज की सेवाएं ठप रखीं, अब जब जनता में आक्रोश बढ़ा तो घोषणा की गई, वह भी केवल मेकाहारा तक सीमित। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या स्वास्थ्य विभाग के पास केवल एक ही मेडिकल कॉलेज है? क्या छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचलों से आने वाले मरीजों को सिर्फ रायपुर पहुंचकर ही निःशुल्क जांच का लाभ मिलेगा?
उन्होंने कहा कि एक्स-रे, सोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई, खून और पेशाब की जांच सहित सभी प्रकार की बेसिक जांचें प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क होनी चाहिए। इससे आम जनता को राहत मिलेगी और स्वास्थ्य सेवाओं में समानता सुनिश्चित होगी।
वर्मा ने आयुष्मान कार्ड योजना की दरों को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार की कमीशनखोरी के कारण आयुष्मान कार्ड से जांच के पैकेज निजी लैबों से भी महंगे हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा —
- सीटी स्कैन जो बाहर 2000 रुपये में हो जाता है, उसके लिए आयुष्मान कार्ड से 2500 से 2800 रुपये तक वसूले जा रहे हैं।
- एमआरआई जांच जो 4000 से 5000 रुपये में की जा सकती है, उसके लिए 6000 से 8000 रुपये का पैकेज निर्धारित है।
उन्होंने कहा कि यह सीधा आर्थिक शोषण है और इसका नुकसान सीधे तौर पर मरीजों को झेलना पड़ रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने मांग की कि आयुष्मान जांच पैकेज के रेट का पुनर्निर्धारण किया जाए और सभी सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क जांच की सुविधा तत्काल शुरू की जाए।
अंत में सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि भाजपा शासन में छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। मरीज जांच, इलाज और दवा के अभाव में परेशान हैं, और कई मामलों में उपचार न मिलने से बेमौत मरने को विवश हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता की आवाज बनकर इस अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी।

