रायपुर, 23 सितंबर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य सरकार पर बिजली के नाम पर जनता से लूट करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार ने लगातार बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर आम लोगों का बजट बिगाड़ दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की 400 यूनिट तक बिजली बिल हॉफ योजना को खत्म कर भाजपा सरकार ने हर उपभोक्ता पर लगभग दोगुना बिल का बोझ डाल दिया है। अब स्मार्ट मीटर लगाकर मनमानी वसूली की जा रही है। इससे प्रदेश के 54 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को सालाना 40 से 50 हजार तक की होने वाली बचत भी छिन गई है।
वरिष्ठ प्रवक्ता ने कहा कि कोयला, जमीन और पानी छत्तीसगढ़ का है, फिर भी जनता से महंगे दाम वसूले जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली कटौती के बावजूद उपभोक्ताओं को दोगुना बिल भेजा जा रहा है और सरकार पॉवर लॉस, बिजली चोरी और बड़े पूंजीपतियों के खर्च का बोझ भी आम जनता से वसूल रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कोयले पर ग्रीन टैक्स, डीजल पर सेंट्रल एक्साइज और परिवहन का भाड़ा बढ़ाया है, जिससे उत्पादन लागत बढ़ी है। अब जीएसटी 2.0 में कोयले पर टैक्स 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया है, जिसका सीधा असर बिजली की दरों पर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश के संसाधन पूंजीपतियों को सौंपकर छत्तीसगढ़ को अडानीगढ़ बनाने पर आमादा है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अब प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारी की जा रही है, जिससे आम जनता अपनी मेहनत की कमाई से मीटर रिचार्ज कराएगी और फायदा अडानी को मिलेगा।
कांग्रेस ने घोषणा की है कि बिजली बिल की महंगाई और लूट के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन जारी है और आने वाले दिनों में इसे और तेज किया जाएगा।

