रायपुर/“छत्तीसगढ़ शिक्षक साझा मंच” के सभी 22 प्रदेश संयोजकगण रवींद्र राठौर, केदार जैन, वीरेंद्र दुबे, संजय शर्मा, विकास राजपूत, कृष्णकुमार नवरंग, राजनारायण द्विवेदी, भूपेंद्र बनाफर, शंकर साहू, भूपेंद्र गिलहरे, चेतन बघेल, गिरीश केशकर, लैलूंन भरतद्वाज, प्रदीप पांडे, प्रदीप लहरे, राजकिशोर तिवारी, कमल दास मुरचले, प्रीतम कोशले, विक्रम राय, विष्णु प्रसाद साहू, धरम दास बंजारे एवं अनिल कुमार टोप्पो आदि ने सोशल मीडिया में संयुक्त बयान जारी कर कहा है
कि प्रदेश के शिक्षक एवं कर्मचारी नेता और साझा मंच के प्रदेश संयोजक जाकेश साहू का निलंबन आदेश यदि अतिशीघ्र मूलतः रद्द नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में जिला कलेक्टर राजनांदगांव एवं कार्यालय पुलिस अधीक्षक एवं संबंधित पुलिस थाने में लिखित सूचना देकर शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ प्रदेश व जिला इकाई राजनांदगांव द्वारा संयुक्त रूप से जिला कलेक्टर एवं डीईओ कार्यालय का घेराव करेगा।
शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के सभी प्रदेश संयोजकों ने बताया कि शिक्षक नेता जाकेश साहू शिक्षक साझा मंच के प्रदेश संयोजक एवं अपने संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनके द्वारा शिक्षकों की समस्याओं को अपने संगठन व साझा मंच के बैनर तले उठाया जाता है। प्रदेश में शिक्षकों की पदोन्नति, क्रमोन्नति एवं विभिन्न मांगों को लेकर समय-समय पर हड़ताल आंदोलन आदि होता है।
साथ ही विभिन्न ऐसी योजनाएं जो शिक्षकों के हित में नहीं रहता ऐसी योजनाओं का शिक्षक संगठनों द्वारा विरोध किया जाता है। अन्य कर्मचारी संगठनों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर किया जा रहे आंदोलन का शिक्षक संगठन द्वारा भी समर्थन किया जाता है।
एक कर्मचारी संगठन द्वारा दूसरे कर्मचारी संगठन को समर्थन देना एक सामान्य प्रक्रिया है। इसी परिपेक्ष में छत्तीसगढ़ जागरूक शिक्षक संघ एवं संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व प्रदेश संयोजक जाकेश साहू ने सोशल मीडिया के माध्यम से सेवा सहकारी समिति कर्मचारियों के हड़ताल का समर्थन किया था। तथा व्हाट्सएप चैटिंग में सरकार द्वारा उनकी बर्खास्त व किए गए एफआईआर को गलत बताते हुए उनकी मांगे पूरी करने की सरकार से मांग की थी।
उक्त व्हाट्सएप चैटिंग को किसी असामाजिक एवं उनके विरोधी तत्वों के द्वारा कुछ प्रतिनिधियों के पास शिकायत कर जिला कलेक्टर को शिकायत की गई एवं जिला कलेक्टर के अनुमोदन पर डीईओ ने प्रधान पाठक जाकेश साहू का निलंबन आदेश जारी किया गया है। शिक्षक साझा मंच ने उक्त निलंबन को गलत बताते हुए राजनांदगांव जिला प्रशासन से मांग की है कि उक्त निलंबन आदेश को अविलंब रद्द की जाए।
यदि उक्त निलंबन आदेश रद्द नहीं किया गया है तो आने वाले दिनों में प्रदेश भर के शिक्षक हजारों की संख्या में राजनांदगांव में उपस्थित होकर कार्यालय जिला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय राजनांदगांव का अनिश्चितकालीन घेराव एवं धरना प्रदर्शन करेंगे। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

