रायपुर 24 जुलाई 2025। हरेली तिहार के उपलक्ष्य में जारी सरकारी विज्ञापन में दिवाली में होने वाले राउत नाचा की तस्वीर जारी किए जाने पर सवाल उठाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनका यह कृत्य छत्तीसगढ़िया प्रथा परंपरा से अनभिज्ञता है या हिकारत? या ऐसे अधिकारी ही सबकुछ तय कर रहे हैं, जिन्हें छत्तीसगढ़ की प्रथा-परंपरा, रीति-रिवाज, संस्कृति और तीज-त्यौहारों का प्राथमिक ज्ञान नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा सरकार मजबूरीवश छत्तीसगढ़िया तिहार के आयोजन का केवल ढोंग कर रही है, हरेली केवल तिहार ही नहीं, छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान है, किसानी और पशुधन के संरक्षण और संवर्धन से जुड़ा है, यदि हरेली से इनका लगाव होता तो इतनी बड़ी चूक नहीं होती, असलियत यही है कि यह सरकार धीरे धीरे छत्तीसगढ़ी परंपरा को बाधित करके समाप्त करना चाहती है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और समृद्धि के संरक्षण और संवर्धन का काम किया, हरेली, तीजापोरा, गोवर्धनपूजा और विश्व आदिवासी दिवस पर न केवल अवकाश बल्कि भव्य सरकारी आयोजनों की शुरुआत की, छत्तीसगढ़ महतारी की हर जिले में मूर्तियां स्थापित की, आरपा पैरी के धार…. जिसमें छत्तीसगढ़ के वैभव का वर्णन है, उस गीत को राजगीत का मान मिला, भाजपा की सरकार बनने के बाद अब राजगीत का गायन भी वैकल्पिक हो गया?
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भाजपा की सरकार नकल और कॉपीपेस्ट भी सही तरीके से नहीं कर पा रही है। जिस तरह से प्रापगढ़िया रमन सिंह सुवा नाचते फोटो खिंचवाते थे, जो नृत्य हमारी माता बहनें करती हैं, उसी तर्ज़ पर वर्तमान सरकार हरेली में दिवाली पर किए जाने वाले राउत नाचा का फोटो विज्ञापनों में छपवाए। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने छत्तीसगढ़िया अस्मिता का मान बढ़ाया, देश दुनिया में कोने-कोने तक पहुंचने का काम किया, लेकिन वर्तमान सरकार केवल अडानी के मुनाफे और बिहारी प्रभारी के चाटुकारिता में लगी है। छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान और आत्मसम्मान के लिए जो परंपरा भूपेश बघेल की सरकार में शुरू किया था, किसी न किसी तरह से यह सरकार उसे खत्म करने पर तुली हुई है।

