आज के समय में डायबिटीज एक साइलेंट बीमारी बन चुकी है, जो धीरे-धीरे शरीर को जकड़ लेती है। आमतौर पर लोग मानते हैं कि ज़्यादा मिठाई या चीनी खाने से ही डायबिटीज होती है, लेकिन सच्चाई इससे कहीं आगे है। हमारी रोज़मर्रा की खान-पान की आदतें, जिन्हें हम “नॉर्मल” या “थोड़ा-सा नुकसान” मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं, वही असल में टाइप-2 डायबिटीज़ की नींव रखती हैं। कुछ फूड्स ऐसे हैं जो दिखने में आम, स्वाद में पसंदीदा, लेकिन सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही फूड्स के बारे में, जो लंबे समय में ब्लड शुगर को अनकंट्रोल कर सकते हैं।
रोज़ खाने वाले फूड्स जो बढ़ाते हैं ब्लड शुगर
डीप-फ्राइड स्नैक्स जैसे समोसा, पकौड़ा, कचौरी और चिप्स भारतीय खानपान का अहम हिस्सा हैं। लेकिन इनमें मौजूद अनहेल्दी फैट शरीर में जमा होकर मोटापा बढ़ाता है। बढ़ता वजन सीधे तौर पर इंसुलिन रेजिस्टेंस से जुड़ा है, जो टाइप-2 डायबिटीज़ की मुख्य वजह मानी जाती है। खासकर फास्ट फूड में बार-बार गर्म किया गया तेल ट्रांस फैट बनाता है, जो ब्लड शुगर कंट्रोल को और बिगाड़ देता है।
साथ ही, सफेद ब्रेड, बिस्कुट और मैदा से बनी चीजें जल्दी पचकर सीधे ग्लूकोज़ में बदल जाती हैं। इनमें फाइबर की कमी होती है, जिससे ब्लड शुगर अचानक बढ़ जाता है।
“हेल्दी” दिखने वाले फूड्स की सच्चाई
ग्रेनोला, ओट बार और ब्रेकफास्ट सीरियल्स अक्सर हेल्दी ऑप्शन के तौर पर बेचे जाते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि इनमें छिपी हुई एडेड शुगर की मात्रा काफी ज़्यादा होती है। एक छोटी सी सर्विंग भी ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकती है। लगातार ऐसे फूड्स खाने से शरीर को बार-बार इंसुलिन बनाना पड़ता है, जिससे धीरे-धीरे इंसुलिन ठीक से काम करना बंद कर देता है। यही आदत आगे चलकर डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ा देती है।
मीठे ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड्स का खतरा
कोल्ड ड्रिंक, पैक्ड जूस और सोडा में जरूरत से कई गुना ज़्यादा चीनी होती है। एक कैन सोडा में मौजूद शुगर कई दिनों के नेचुरल शुगर सेवन के बराबर हो सकती है। ये ड्रिंक्स पलक झपकते ही ब्लड ग्लूकोज बढ़ा देते हैं और पैनक्रियाज़ पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं।
वहीं, सॉसेज, बेकन और सलामी जैसे प्रोसेस्ड मीट में सोडियम और नाइट्रेट्स अधिक होते हैं। ये शरीर में सूजन बढ़ाकर मेटाबॉलिज्म को स्लो करते हैं, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।
सफेद चावल: रोज़ का खाना, बढ़ता खतरा
सफेद चावल भारतीय थाली का अहम हिस्सा है, लेकिन यह पूरी तरह रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट होता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होने की वजह से यह तेजी से ब्लड शुगर बढ़ाता है। रोज़ बड़ी मात्रा में सफेद चावल खाने से न सिर्फ वजन बढ़ता है, बल्कि शुगर लेवल भी बिगड़ता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज़ का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज कोई एक दिन में होने वाली बीमारी नहीं है। यह हमारी रोज़ की गलत फूड चॉइसेज़ का नतीजा होती है। अगर समय रहते खानपान में सुधार कर लिया जाए, तो इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।
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