रेलवे ने ह्यूमनॉइड रोबोट को दी नौकरी, रखरखाव के काम में नहीं है इंसानों की जरूरत
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रोबोट को लेकर लंबे समय से चर्चा हो रही है कि ये इंसानों की जगह ले सकते हैं, लेकिन इसमें पूरी सच्चाई नहीं। रोबोट इंसानों की जगह पूरी तरह से कभी नहीं ले सकते हैं, बल्कि कुछ काम में रोबोट का इस्तेमाल करके काम को आसान बनाया जा सकता है और इंसानों पर आने वाले जोखिम को कम किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर भारी मशीनरी में ह्यूमनॉइड रोबोट का इस्तेमाल हो सकता है। इसकी शुरुआत जापान से हो गई है।
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जापान रेलवे समूह को बनाने वाली छह कंपनियों में से एक, वेस्ट जापान रेलवे (वेस्ट जेआर) ने एक विशाल “ह्यूमनॉइड रोबोट” का प्रदर्शन किया है जिसका इस्तेमाल इसकी लाइनों पर भारी मशीनरी को बनाए रखने के लिए किया जाएगा।
नया रोबोट आईटी और इलेक्ट्रिकल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी निप्पॉन सिग्नल कंपनी और रोबोटिक्स टेक्नोलॉजी डेवलपर जिंकी इट्टाई कंपनी के बीच एक साझेदारी का हिस्सा है। इस महीने से यह ह्यूमनॉइड रोबोट एक ट्रक पर इंस्टॉल किया जाएगा। यह ट्रक रेल पटरियों पर चल सकेगा और यह रोबोट पटरी और कंपनी भीतर नेटवर्क रखरखाव का काम करेगा।ट्रक के कॉकपिट में बैठकर इंसान इस रोबोट को कंट्रोल करेगा। यह रोबोट काफी विशाल है और इसमें कई सारे कैमरे लगे हैं जिनकी मदद से यह काम करता है।
इस रोबोट को रिमोटली यानी दूर बैठकर कंट्रोल किया जा सकता है। रोबोट की आंखों में भी कैमरे लगे हैं।
कंपनी के मुताबिक रोबोट की मुख्य काम ट्रेनों के ऊपर तारों को सहारा देने वाले धातु के फ्रेम को पेंट करना और रेलमार्गों पर गिरने वाली पेड़ की शाखाओं को काटना होगा। कंपनी के अध्यक्ष कज़ुकी हसेगावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भविष्य में हम अपने बुनियादी ढांचे के सभी प्रकार के रखरखाव कार्यों के लिए मशीनों का उपयोग करने की उम्मीद करते हैं।