पटना: बिहार में मानवाधिकारों की रक्षा और अपराध के खिलाफ जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से नेशनल ह्यूमन राइट्स एंड क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (NHRCCB) का दूसरा राज्य स्तरीय अधिवेशन 2025 पटना के होटल चाणक्य में आयोजित किया गया। अधिवेशन में बिहार के विभिन्न जिलों के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों से भी प्रतिनिधि शामिल हुए।
मुख्य अतिथि डॉ. रणधीर कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मानवाधिकार भारतीय संस्कृति की आत्मा में निहित हैं। उन्होंने कहा, “हमें दीप से दीप जलाना है और समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय और सम्मान पहुँचाना है। जरूरतमंदों के अधिकारों की रक्षा के लिए हमें निरंतर प्रयासरत रहना होगा।” उनके प्रेरक शब्दों ने अधिवेशन में नई ऊर्जा का संचार किया।
राष्ट्रीय मीडिया
तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष सुरेश सिंह ने कहा कि विभिन्न राज्यों के बीच सहयोग और अनुभवों का आदान-प्रदान मानवाधिकार कार्यों को नई गति देता है। बिहार प्रदेश अध्यक्ष शंभूनाथ झा ने अधिवेशन में कहा कि बिहार में असमानता, गरीबी और जातीय भेदभाव जैसी चुनौतियाँ अधिक हैं, लेकिन सहयोग और सक्रिय प्रयासों से मानवाधिकार चेतना को मजबूत किया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान समाजसेवा और मानवाधिकार क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। डिस्टिक मीडिया ऑफिसर स्वर्णा रानी को डेलीगेट अवॉर्ड प्रदान किया गया। इसके अलावा:
- NHRCCB Bihar Pride Award 2025: सृष्टि सौम्या, पूजा कुमारी
- NHRCCB Bihar Leadership Award 2025: अजीत कुमार झा, डॉ. गगनदीप, रवि रंजन, कनहैया सिंह, राजा रॉकी, त्रिभुवन ठाकुर, सदानंद प्रसाद सिंह, मणिभूषण ठाकुर, आदित्य कुमार, संतोष कुमार राय, सुषांत कुमार
- NHRCCB Bihar Human Rights Award 2025: शंभूनाथ झा, अमित कुमार झा, कुमारी आकांक्षा शर्मा
- NHRCCB Bihar Special Award 2025: किशलय रंजन, सुरेश सिंह राजपुरोहित
अधिवेशन में विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई जैसे कि जिले और प्रखंड स्तर पर सक्रिय टीमें बनाना, प्रत्येक सदस्य का प्रतिमाह सामाजिक कार्य करना, बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए अभियान चलाना, युवाओं और छात्रों को जोड़ना, अपराध और अन्याय के खिलाफ आंदोलन करना और NHRCCB की विचारधारा को हर जिले और ब्लॉक तक फैलाना।
समापन सत्र में सभी प्रतिनिधियों ने संकल्प लिया कि वे एक ऐसे समाज के निर्माण में योगदान देंगे, जहाँ हर नागरिक सुरक्षित, सम्मानित और सशक्त महसूस करे। अंत में राष्ट्रीय गान के साथ अधिवेशन का समापन किया गया।

