देश के अलग-अलग हिस्सों में सर्दी ने पूरी तरह दस्तक दे दी है, लेकिन छत्तीसगढ़ और झारखंड इस समय सबसे ज्यादा ठंड की चपेट में हैं। उत्तर भारत में भी तापमान लुढ़क रहा है और पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी की हल्की उम्मीद के बीच शीतलहर का असर लगातार गहराता जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक ठंड का यही रुख रहने वाला है और कई राज्यों में कोहरा व तापमान की गिरावट लोगों की परेशानियां बढ़ा सकती है।
छत्तीसगढ़ में पिछले दो दिनों से ठंड ने अचानक रफ्तार पकड़ ली है। माना एयरपोर्ट, नवा रायपुर और रायपुर के आसपास के इलाके शीतलहर के सबसे बड़े केंद्र बन गए हैं। यहां रात का तापमान 8 डिग्री तक पहुंच गया है, जो सामान्य से करीब 5 से 6 डिग्री कम है। दिन और रात के तापमान में लगभग 20 डिग्री का अंतर लोगों को कड़कड़ाती ठंड का अहसास करा रहा है। अंबिकापुर में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं—यहां पारा 5.2 डिग्री तक गिर चुका है, जो सामान्य से लगभग 4.6 डिग्री नीचे है। मैनपाट और आसपास के ऊंचे इलाकों में सुबह-सुबह पत्तियों पर ओस जमने जैसी स्थिति बन गई है, जिससे साफ पता चलता है कि सर्दी अभी और बढ़ने वाली है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए चेतावनी दी है कि रायपुर, सरगुजा, जशपुर, कोरिया, बलरामपुर, कबीरधाम, मुंगेली, राजनांदगांव, दुर्ग, बालोद और कोरबा जैसे जिलों में शीतलहर जैसी स्थिति बनी रह सकती है।
हाईवे पर ट्रक-कॉर की भिड़ंत:, एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत, 2 घायल
उधर, झारखंड भी कड़ाके की ठंड से जूझ रहा है। राज्य के आठ जिलों—गुमला, देवघर, कोडरमा, खूंटी, रांची, हजारीबाग, लोहरदगा और बोकारो में तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है। इनमें से गुमला सबसे ठंडा रहा, जहां पारा 3.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। खूंटी में 5 डिग्री, रांची में 7.5 डिग्री, डाल्टनगंज में 6.5 डिग्री और जमशेदपुर में करीब 9.6 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। रांची मौसम केंद्र ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण ठंड का असर बढ़ रहा है। आने वाले 72 घंटों में तापमान में 2–3 डिग्री की हल्की बढ़ोतरी संभव जरूर है, लेकिन फिलहाल राहत की कोई उम्मीद नहीं है।
NCERT ने बदली किताबें: सत्र 2026 से छात्रों को मिलेगा नया सिलेबस
उत्तर भारत की ओर नजर डालें तो कश्मीर घाटी में पारा शून्य से नीचे है। पहलगाम में तापमान माइनस 4.3 डिग्री, श्रीनगर में माइनस 0.9, गुलमर्ग में माइनस 1.6 और पुलवामा में माइनस 3.8 डिग्री दर्ज किया गया। 8 दिसंबर को उत्तर और मध्य कश्मीर के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना जताई गई है। वहीं राजस्थान में फतेहपुर सबसे ठंडा रहा, जहां तापमान 3.5 डिग्री तक गिर गया। चूरू, दौसा, बीकानेर और टोंक के कई इलाकों में भी पारा 5 से 7 डिग्री के बीच है। कमजोर पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कुछ जगह बादल छा सकते हैं, जिससे थोड़ी राहत मिल सकती है।
Aadhaar Update: अब घर बैठे बदल सकेंगे एड्रेस और मोबाइल नंबर, UIDAI का बड़ा डिजिटल कदम
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर का दूसरा सप्ताह ठंड को और तेज कर सकता है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने पर पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी बढ़ेगी और मैदानी क्षेत्रों में तापमान में उतार-चढ़ाव के बावजूद सर्दी का असर और गहरा हो जाएगा। कुल मिलाकर, छत्तीसगढ़ और झारखंड में ठंड का प्रकोप अभी और बढ़ने के संकेत दे रहा है, जबकि देश के बाकी हिस्सों में भी सर्दी धीरे-धीरे अपना रंग दिखाने लगी है।
सुपीरियर ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज में पोश एक्ट 2013 विषयक जागरूकता प्रशिक्षण का सफल आयोजन


