बिहार विधानसभा चुनाव 2025 : पीएम मोदी, अमित शाह, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव आज करेंगे जनसभाएं
लंबे इंतजार के बाद अब शादी-ब्याह का मौसम लौट आया है. देवोत्थान एकादशी के पावन अवसर पर 2 नवंबर को पूरे देश में शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी. चार महीने तक चले भद्र काल के बाद विवाह जैसे मांगलिक कार्यों पर लगी रोक अब खत्म हो रही है. इसी दिन हजारों जोड़े सात फेरे लेकर अपना नया जीवन आरंभ करेंगे. गलियां, कॉलोनियां और गांव फिर से बैंड-बाजा और बारात की रौनक से भर उठेंगे.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 : पीएम मोदी, अमित शाह, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव आज करेंगे जनसभाएं
आषाढ़ मास की भड्डली नवमी से लेकर कार्तिक मास की देवोत्थान एकादशी तक विवाह और अन्य मांगलिक कार्य वर्जित रहते हैं. इस बार देवोत्थान एकादशी शनिवार, 2 नवंबर को पड़ रही है, जिसे अत्यंत शुभ माना गया है. ज्योतिषाचार्य प्रकाश शास्त्री के अनुसार, शायद ही कोई ऐसा इलाका होगा जहां इस दिन शादी न हो रही हो. शहरों से लेकर गांवों तक बारातें निकलेंगी और हर ओर उत्सव जैसा माहौल रहेगा.
Tulsi Vivah 2025: इस दिन है तुलसी विवाह, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व
इस शुभ अवसर पर कई सामाजिक संस्थाओं और सेवा संगठनों ने भी गरीब परिवारों की बेटियों के सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करने की घोषणा की है. देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाले इन आयोजनों से समाज में उत्सव का माहौल और गहराएगा.
बाबा कार्तिक उरांव की जन्म शताब्दी समारोह एवं भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हुए शामिल, 40.79 लाख की घोषणा
बाजारों में लौटी रौनक
विवाह सीजन की शुरुआत के साथ ही बाजारों में भी जबरदस्त रौनक लौट आई है. बैंड, कैटरिंग, ज्वैलरी, साड़ियों और शादी के परिधानों की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ लगी हुई है. ब्यूटी पार्लर, हलवाई और टेंट व्यवसायियों के यहां भी बुकिंग्स का सिलसिला जारी है.
देवोत्थान एकादशी: जब खुलता है देव दरबार
ज्योतिषाचार्य प्रमोद शास्त्री बताते हैं कि देवोत्थान एकादशी वह दिन है जब भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं और देव दरबार पुनः सक्रिय होता है. इसी दिन से विवाह और अन्य शुभ कार्यों की अनुमति मानी जाती है. इस दिन शादी के लिए अलग से मुहूर्त निकालने की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि यह स्वयं में अत्यंत शुभ माना जाता है.धार्मिक मान्यता के अनुसार, देवोत्थान एकादशी के दिन विवाह करने से वैवाहिक जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसीलिए 2 नवंबर को देशभर में हजारों घरों में शहनाइयां बजेंगी और एक बार फिर वातावरण विवाह गीतों से सराबोर हो जाएगा.
चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का झारखंड और छत्तीसगढ़ में असर, कई जिलों में तेज बारिश और अलर्ट जारी

