छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने निकले श्रद्धालुओं के जत्थे को एक बेकाबू थार गाड़ी (CG04 QC 8007) ने रौंद दिया। इस हादसे में भिलाई की रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा महिमा साहू की मौत हो गई, जो 2023 में 12वीं की टॉपर रह चुकी थी और IAS बनने का सपना देख रही थी। महिमा पोस्ट ऑफिस में सरकारी नौकरी भी कर रही थी और डोंगरगढ़ यात्रा पर अपनी बहन के साथ शामिल हुई थी। घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश है और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से सख्त सुरक्षा इंतजाम की मांग की है।
Ramlila Artist Dies: रामलीला मंच पर दशरथ बने अभिनेता की मौत, अभिनय के दौरान आया हार्ट अटैक
कैसे हुआ हादसा
सोमनी थाना क्षेत्र में सोमवार रात करीब 8:30 बजे श्रद्धालु जयकारों के साथ डोंगरगढ़ जा रहे थे। अचानक सामने से तेज रफ्तार थार (CG04 QC 8007) आ गई। महिमा और उसकी बहन याचना घबरा गए और उनका हाथ छूट गया। उसी दौरान थार ने महिमा को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में महिमा गंभीर रूप से घायल हो गई। साथी श्रद्धालु तुरंत उसे सेक्टर-9 अस्पताल भिलाई ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी टक्कर मारने के बाद फरार हो गई। लेकिन पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर वाहन की पहचान की और ड्राइवर को पकड़ लिया।
थार रायपुर निवासी राजा सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस ने वाहन जब्त कर लिया है और आरोपी को हिरासत में लिया है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ कि हादसे के समय गाड़ी चला कौन रहा था। स्थानीय श्रद्धालुओं का कहना है कि हर साल हजारों लोग मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए पैदल यात्रा करते हैं। लेकिन प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं होते। न तो बैरिकेडिंग होती है, न ही पुलिस पेट्रोलिंग, और न ही वाहनों की गति पर कोई नियंत्रण।
श्रद्धालुओं की मांग: सड़क सुरक्षा क्यों नहीं?
इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि प्रशासन को पैदल यात्राओं के दौरान विशेष सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए। यात्रा मार्ग पर स्पीड कंट्रोल, ट्रैफिक डायवर्जन और पुलिस की तैनाती जरूरी है। अगर ऐसे हादसों पर रोक नहीं लगाई गई, तो आने वाले समय में और भी बड़े हादसे हो सकते हैं। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

