मोहन भागवत का बयान फिर चर्चा में: बोले- 75 की उम्र में नेता हो जाएं रिटायर
आए दिन प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी द्वारा पति की हत्या करने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला अलीगढ़ के बरला कस्बे के मोहल्ला कोठी में सामने आया है। यहां पत्नी के प्रेम संबंधों में बाधा बन रहे पति सुरेश की बृहस्पतिवार की गोली मारकर हत्या करा दी। बीना पिछले आठ साल से अपने पति को धोखा दे रही थी। पति दिल्ली में रहकर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। कभी हफ्ते में तो कभी दस दिन में घर आता था। तीन बच्चों की मां बीना की दीवानगी का आलम यह था कि वह अपने से छह वर्ष छोटे प्रेमी को जब मिलने बुलाती तो अपने बच्चों व पति को खाने में नींद की गोलियां खिलाकर सुला देती थी। यह बात पिता की हत्या के बाद स्कूल से थाने पहुंचे तीनों बच्चों ने पुलिस से कही। यहां तक कह दिया कि उनकी मां को जेल भेज दो।
कस्बे के मोहल्ला कोठी के स्व.गोविंद राय के दो बेटों में बड़ा विजय गांव में रहकर मजदूरी करता है। घर के ही बगल वाले हिस्से में सुरेश परिवार के साथ रहता था। उसकी शादी फिरोजाबाद के रैपुरा क्षेत्र के बीच का नगला की 30 वर्षीय बीना संग करीब 12 वर्ष पहले हुई। दंपती पर तीन बच्चे क्रमश: 10 वर्षीय नीतेश, 8 वर्षीय पुनीत व 6 वर्षीय रोशनी हुए। सुरेश शादी के साथ से ही दिल्ली में नौकरी करता था। सप्ताह या दस दिन में छुट्टी लेकर परिवार से मिलने आता। पुलिस का कहना है कि बीना के प्रेम संबंध घर से बीस मीटर की दूरी पर दुकान करने वाले मनोज से हो गए। पड़ोसी होने के नाते मनोज भी उसके घर आने लगा।
भेद खुलने पर तीन पंचायतें तक हुईं, नहीं मानी
सुरेश सुबह घर के चबूतरे पर बैठकर मोबाइल देख रहा था। तभी मनोज ने उसके सीने में तमंचे से गोली मार दी। सुरेश के बड़े भाई विजय ने मनोज पर लोहे का बाट मारने की कोशिश की। मनोज ने उन पर भी फायर कर दिया। कान पर छर्रे लगने से वह घायल हो गए।
आरोपी मनोज करीब 9-30 पर तमंचा लेकर थाने पहुंच गया था। यहां उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। कुछ देर बाद ही पुलिस ने बीना को भी हिरासत में ले लिया। घटनास्थल से साक्ष्य संकलन आदि की प्रक्रिया के बाद दोनों से थाने पर पूछताछ की गई। पूछताछ में दोनों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने प्लान बनाया था कि अबकी छुट्टी पर आए सुरेश को जिंदा दिल्ली नहीं जाने देना है। खुद मनोज व बीना ने ये बात स्वीकारी। उनका प्लान था कि पहले रात में खाने में नींद की गोलियां देकर सुरेश को नशे में किया जाएगा। फिर रात में उसकी गला दबाकर हत्या की जाएगी। मगर वह प्लान किसी तरह सफल नहीं हो पाया था। लिहाजा बीना ने तमंचे का इंतजाम कर मनोज को थमा दिया था।