बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है और प्रचार का दौर जोर पकड़ चुका है। इसी कड़ी में 24 अक्टूबर का दिन बिहार की राजनीति के लिहाज से बेहद अहम रहने वाला है। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के चार अलग-अलग जिलों में बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगे। यह पहली बार होगा जब चुनावी एलान के बाद पीएम मोदी बिहार की धरती पर कदम रखेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अक्टूबर को समस्तीपुर और बेगूसराय में रैली करेंगे। खास बात यह है कि पीएम मोदी कर्पूरी ठाकुर की धरती से बिहार चुनाव प्रचार की औपचारिक शुरुआत करने जा रहे हैं। इन दोनों जिलों में होने वाली जनसभाओं में पीएम मोदी एनडीए उम्मीदवारों के लिए जनता से समर्थन की अपील करेंगे और साथ ही विपक्ष पर भी तीखा हमला बोल सकते हैं। माना जा रहा है कि यह रैलियां बिहार में एनडीए के चुनावी अभियान को धार देने का काम करेंगी।
पीएम मोदी का बिहार दौरा यहीं नहीं थमेगा। जानकारी के मुताबिक, 30 अक्टूबर को उनका दूसरा दौरा प्रस्तावित है। इस दिन मुजफ्फरपुर और छपरा में भी वे जनसभा कर सकते हैं। यानी अक्टूबर महीने में प्रधानमंत्री दो बार बिहार में चुनावी बिगुल फूंकेंगे।
उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी 24 अक्टूबर को ही दो जिलों में रैलियां करेंगे। वे सीवान और बक्सर में जनसभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले अमित शाह 16 से 18 अक्टूबर तक तीन दिवसीय बिहार दौरे पर थे, जहां उन्होंने छपरा के तरैया में भी चुनावी रैली की थी। अब एक बार फिर वे राज्य में एनडीए के लिए प्रचार करने आ रहे हैं।
दोनों दिग्गज नेताओं की एक ही दिन चार जिलों में होने वाली रैलियों को लेकर राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। एनडीए समर्थक इसे अपनी ताकत का प्रदर्शन मान रहे हैं तो वहीं विपक्ष भी पूरी तैयारी में है।
महागठबंधन ने भी मोर्चा संभाल लिया है। 23 अक्टूबर को पटना में महागठबंधन की ओर से प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की जाएगी, जिसमें रणनीति का ऐलान किया जाएगा। इसके बाद सभी सहयोगी दल मिलकर चुनाव प्रचार में उतरेंगे।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों की मानें तो 24 अक्टूबर की ये रैलियां बिहार चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले होने के कारण मतदाताओं के रुख को प्रभावित कर सकती हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए यह दिन बेहद निर्णायक साबित हो सकता है।

