रायपुर, 1 नवम्बर 2025 —
छत्तीसगढ़ के रजत महोत्सव और स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायपुर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में प्रदेश को 14,300 करोड़ रुपये से अधिक की सौगातें सौंपीं। इस दौरान उन्होंने नवा रायपुर में सत्य साईं हॉस्पिटल, ब्रह्मकुमारी शांति शिखर भवन, नया विधानसभा भवन, अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा और ट्राइबल म्यूजियम का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ से उनका गहरा नाता रहा है। उन्होंने एक कार्यकर्ता के रूप में इस भूमि पर समय बिताया और यहां के लोगों का आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 भारतीय गणतंत्र का अमृत वर्ष है, और इस अवसर पर छत्तीसगढ़ विकास की नई इबारत लिख रहा है।
अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा —
“साल 2000 में जब अटल जी ने छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया, तब वह निर्णय केवल प्रशासनिक नहीं था, बल्कि विकास की नई राह खोलने का था। आज जब इस भव्य विधानसभा के साथ अटल जी की प्रतिमा का अनावरण हुआ है, तो मन कह उठता है — अटल जी देखिए, आपका सपना साकार हो रहा है।”
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता, मां दंतेश्वरी, मां बम्लेश्वरी और छत्तीसगढ़ महतारी की जयकारों से की। उन्होंने कहा —
“छत्तीसगढ़ ने 25 वर्षों की यात्रा पूरी की है। आज अगले 25 वर्षों के नए युग का सूर्योदय हो रहा है। यह सूरज सपनों और विकास की नई रोशनी लेकर आया है।”
उन्होंने जनता से आग्रह किया कि अपने मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट जलाकर नए छत्तीसगढ़ के उजाले का स्वागत करें।
कार्यक्रम स्थल पर लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे। हर दिशा में लोगों की भीड़ और उत्साह देखने लायक था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्यपाल समेत अनेक गणमान्य अतिथि मंच पर मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा —
“जो प्रदेश पहले नक्सलवाद के लिए जाना जाता था, आज वह समृद्धि और सुरक्षा का प्रतीक बन चुका है। जब भारत आजादी के 100 वर्ष मनाएगा, तब विकसित भारत में छत्तीसगढ़ अग्रणी भूमिका निभाएगा।”
उन्होंने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहरों का उल्लेख करते हुए कहा कि बस्तर की कला हमारी संस्कृति का प्रतीक है, और गुरु घासीदास जी का “मनखे-मनखे एक समान” का संदेश आज भी मानवता को जोड़ने का कार्य कर रहा है।
ट्राइबल म्यूजियम के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संग्रहालय छत्तीसगढ़ की आदिवासी अस्मिता का प्रतीक है। यहां 12 प्रमुख आदिवासी विद्रोहों और दो सत्याग्रहों की जीवंत झांकी तैयार की गई है, जिससे आने वाली पीढ़ियां अपने गौरवशाली इतिहास को जान सकेंगी।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के पांच लाभार्थियों को चाबियाँ सौंपीं और कहा —
“छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा के लिए आज का दिन एक स्वर्णिम शुरुआत का दिन है। यह भूमि मेरे जीवन को गढ़ने में सहायक रही है, यहां के लोगों का मेरे जीवन पर विशेष आशीर्वाद रहा है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह नया विधानसभा भवन लोकतंत्र का तीर्थ है, और इसके हर गलियारे में जवाबदेही की गूंज सुनाई देगी।

