न्यायधानी (बिलासपुर) एक बार फिर सड़कों पर हुए शराबियों के आतंक से दहल उठी। सरकंडा क्षेत्र की सोनगंगा कॉलोनी के सामने नशे में धुत कार सवार दो युवकों ने हाईवोल्टेज ड्रामा खड़ा कर दिया। इनकी कार की नंबर प्लेट पर बड़े अक्षरों में “पुलिस” लिखा था, जिसका रौब दिखाकर ये राहगीरों को धमकाने लगे। लापरवाही से ड्राइविंग और जानबूझकर लोगों को टक्कर मारने की कोशिश से मुख्य मार्ग पर भीषण जाम लग गया। स्थानीय लोगों के आक्रोश के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन इस घटना ने पुलिस लिखी गाड़ी के दुरुपयोग और सड़क सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
नशे में धुत युवकों का ‘पुलिस’िया रौब
यह सनसनीखेज घटना तब सामने आई जब दो युवक एक चार पहिया वाहन में सवार होकर आए। उनकी पहचान और रुतबा दिखाने का एकमात्र जरिया उनकी कार की नंबर प्लेट थी, जिस पर “पुलिस” शब्द बड़े अक्षरों में अंकित था। जानकारी के अनुसार, कार चालक ने खुद को किसी पुलिसकर्मी का भाई बताकर मौके पर मौजूद लोगों को डराने और चुप कराने की पूरी कोशिश की। नशे में चूर इन युवकों ने पहले तो सड़क पर खतरनाक तरीके से लापरवाहीपूर्वक गाड़ी चलाई और जानबूझकर कई बार राहगीरों को टक्कर मारने की भी कोशिश की। यह हरकत सड़क सुरक्षा के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रही थी।
सड़क पर गाली-गलौज और बवाल से जाम
जब स्थानीय लोगों ने इन नशेड़ी कार सवारों को रोकने और समझाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने अपनी ‘पुलिस’ लिखी गाड़ी के दम पर अपना रुतबा दिखाने का प्रयास किया। उन्होंने न सिर्फ लोगों से गाली-गलौज की, बल्कि उनके साथ झड़प करना भी शुरू कर दिया। युवकों के इस गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण देखते ही देखते मुख्य मार्ग पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई और राहगीर परेशान होने लगे। सड़क पर होते इस बवाल को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए, जिससे आक्रोश और बढ़ गया।
CCTV फुटेज और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई
स्थानीय लोगों का आक्रोश जब चरम पर पहुंचा, तो हंगामा करने वाले शराबी युवक अपनी गाड़ी सहित मौका देखकर फरार होने में सफल रहे। हालांकि, यह पूरी घटना सड़क पर लगे कैमरों में कैद हो गई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है। प्राप्त CCTV फुटेज, गाड़ी नंबर और प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा बनाए गए वीडियो के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान की और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। यह घटना दर्शाती है कि नशे में ड्राइविंग और सरकारी पद का दुरुपयोग करने वालों पर कानूनी शिकंजा कसना कितना ज़रूरी है।
न्यायधानी की इस घटना ने एक बार फिर नशे में ड्राइविंग की गंभीर समस्या को उजागर किया है, खासकर तब जब लोग अपने गैरकानूनी रुतबे का इस्तेमाल करके कानून को चुनौती देते हैं। पुलिस द्वारा CCTV साक्ष्यों के आधार पर की गई कार्रवाई निश्चित रूप से सराहनीय है, लेकिन यह सवाल खड़ा होता है कि क्या इस तरह के शराबी कार सवारों पर और भी सख्त धाराएं लगनी चाहिए? ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

