छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में साइबर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां पाटन क्षेत्र के तरीघाट गांव के किसान खिलेश्वर सिन्हा से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 31 लाख 50 हजार रुपये ठग लिए गए। ऑनलाइन मोटा मुनाफा कमाने के लालच में वह एक व्हाट्सएप ग्रुप और फर्जी ब्रोकरेज ऐप के झांसे में आ गए। जब उन्होंने पैसा निकालना चाहा तो ऐप ने लॉगिन रोक दिया और ग्रुप एडमिन लगातार “प्रॉफिट प्रतियोगिता” का बहाना बनाता रहा। आखिरकार पीड़ित को समझ आया कि उसके साथ बड़ी धोखाधड़ी हो चुकी है, जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
व्हाट्सएप ग्रुप और ‘श्री बाहुबली ब्रोकरेज फर्म’ ऐप से शुरू हुई ठगी
पीड़ित खिलेश्वर सिन्हा खेती और शेयर मार्केट में निवेश करता था। यूट्यूब से जानकारी लेकर वह 18 अगस्त 2025 को “47 एसबीएसबीएल कम्युनिटी” नामक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा। ग्रुप एडमिन अंकुश सुरेश जैन रोज “लाभ देने वाले स्टॉक” सुझाता था।
कुछ दिनों बाद उसने ‘श्री बाहुबली ब्रोकरेज फर्म’ नाम के ऐप से ट्रेडिंग करने के लिए कहा। पीड़ित ने उस पर भरोसा कर लगभग 31.50 लाख रुपये निवेश कर दिए।
पैसा निकालना चाहा तो खुला झांसा, ‘प्रॉफिट प्रतियोगिता चल रही है’
जब प्रार्थी ने ऐप से पैसे निकालने की कोशिश की, तो राशि ट्रांसफर ही नहीं हुई। उसने अंकुश जैन से बात की तो उसने कहा कि “प्रॉफिट कंपटीशन चल रहा है, पैसे अभी नहीं निकलेंगे।” वह और निवेश करने का दबाव भी डालता रहा।
कई बार प्रयास विफल होने के बाद पीड़ित को एहसास हुआ कि उसकी रकम फर्जी ऐप के जरिए हड़प ली गई है।
पाटन पुलिस ने दर्ज किया मामला, आरोपी की तलाश तेज
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी अंकुश सुरेश जैन और उसके साथियों के खिलाफ धारा 3(5) और 318(4) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस टीम साइबर फ्रॉड के इस नेटवर्क की जांच में जुट गई है और फर्जी ऐप के सर्वर व ट्रांजेक्शन की बारीकी से पड़ताल कर रही है।
यह मामला बताता है कि शेयर मार्केट में तेजी से पैसा कमाने के लालच में लोग कितनी बड़ी साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप और ब्रोकरेज ऐप आज साइबर अपराध का नया हथियार बन चुके हैं। ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Instagram पर फॉलो करें।

