शराब दुकान के पीछे एक युवक की लाश बबूल के पेड़ पर फांसी पर झूलती हुई मिली। स्थानीय लोगों की नजर जब शव पर पड़ी तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने पेड़ पर लटकी लाश देखकर पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के देर से पहुंचने पर ग्रामीणों में नाराजगी भी देखी गई।
मौके पर जब पुलिस पहुंची तो मृतक की पहचान जय पटेल (25 वर्ष) के रूप में हुई, जो कि ग्राम सोनसरी का निवासी था। जय पिछले कुछ वर्षों से अपने गांव से अलग होकर ग्राम जोंधरा में स्थित शराब दुकान के पास ही रह रहा था और यहीं पर दिहाड़ी मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहा था।
ग्रामीणों के अनुसार, जय पटेल का शव बबूल के पेड़ पर नारियल की रस्सी से लटका हुआ था। जिस जगह युवक की लाश मिली, वह स्थान शराब दुकान से कुछ ही दूरी पर है। फिलहाल पुलिस को यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन युवक के इस कदम के पीछे की वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। घटना बिलासपुर के जोंधरा गांव की है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने दोपहर करीब तीन बजे ही पुलिस को सूचना दे दी थी, लेकिन इसके बावजूद पुलिस मौके पर काफी देर से पहुंची। इसके चलते शव को नीचे उतारने और पंचनामा की प्रक्रिया में देर हो गई। इस लापरवाही पर स्थानीय लोग नाराज दिखे और उन्होंने पुलिस प्रशासन से सवाल भी उठाए।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज
फिलहाल पुलिस ने युवक का शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारी इस मामले में सुसाइड की आशंका जता रहे हैं, लेकिन वे साफ तौर पर कुछ कहने से बच रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि युवक की मौत आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और वजह है। इस मामले में मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या युवक किसी मानसिक तनाव या किसी विवाद से गुजर रहा था।
सामाजिक तिरस्कार या अकेलापन?
जय पटेल का अपने गांव छोड़कर शराब दुकान के पास बस जाना और मजदूरी से जीवन बिताना कई सवाल खड़े करता है। क्या वह किसी पारिवारिक विवाद के चलते गांव से अलग हुआ था? क्या वह नशे की लत से जूझ रहा था? या फिर यह किसी गहरे मानसिक तनाव का परिणाम है? इन सभी सवालों का जवाब पुलिस जांच और पीएम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ पाएगा।