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Wednesday, Feb 12, 2025
राजिम कुंभ कल्प और शिवरीनारायण मेला: : छत्तीसगढ़ की आस्था और संस्कृति का महापर्व कल से प्रारम्भ
रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजिम कुंभ कल्प और शिवरीनारायण मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को इन धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि 12 फरवरी से महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के त्रिवेणी संगम पर प्रारंभ हो रहा राजिम कुंभ कल्प छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत प्रतीक है।छत्तीसगढ़ का प्रयाग: राजिम कुंभ कल्पमुख्यमंत्री ने कहा कि राजिम, जिसे 'छत्तीसगढ़ का प्रयाग' कहा जाता है, सदियों से श्रद्धालुओं और संत समाज के लिए आस्था का केंद्र रहा है। राज्य सरकार ने राजिम माघी पुन्नी मेले को पुनः उसके मूल स्वरूप में प्रतिष्ठित करते हुए इसे "राजिम कुंभ कल्प" का नाम दिया है। यह आयोजन केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और आध्यात्मिक चेतना को सहेजने और सशक्त करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।शिवरीनारायण मेला: आस्था और भक्ति का संगममुख्यमंत्री ने बताया कि माघ पूर्णिमा के अवसर पर शिवरीनारायण में महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के पावन संगम पर लगने वाला मेला श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। इस अवसर पर देशभर से श्रद्धालु आकर धार्मिक अनुष्ठानों, संत समागम और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षणराजिम कुंभ कल्प और शिवरीनारायण मेले में संत-समागम, धार्मिक प्रवचन, लोक संस्कृति के विविध रंग और आध्यात्मिक चेतना की झलक देखने को मिलेगी। इन आयोजनों में छत्तीसगढ़ सहित आसपास के राज्यों से हजारों श्रद्धालु शामिल होंगे और पुण्य लाभ अर्जित करेंगे।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों से इन आस्था पर्वों में अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने का आह्वान किया और सभी के सुख-समृद्धि व मंगलमय जीवन की कामना की।
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