नई दिल्ली। एक ऐतिहासिक अध्याय आज रात आधिकारिक रूप से समाप्त हो जाएगा। 147 वर्षों तक लोगों के विश्वास की प्रतीक रही ‘रजिस्टर्ड डाक सेवा’ आज 30 सितंबर की रात से बंद हो जाएगी। डाक विभाग ने घोषणा की है कि 1 अक्टूबर 2025 से अब सभी दस्तावेज और पत्र सिर्फ स्पीड पोस्ट के माध्यम से ही भेजे जा सकेंगे।
1877 में हुई थी रजिस्टर्ड डाक सेवा की शुरुआत
ब्रिटिश काल में 1877 में शुरू हुई रजिस्टर्ड डाक सेवा दशकों तक भारत में दस्तावेजों, कानूनी पत्राचार और निजी संदेशों को सुरक्षित और प्रमाणित तरीके से गंतव्य तक पहुंचाने का सबसे विश्वसनीय माध्यम मानी जाती थी।
न्यायालयों, सरकारी दफ्तरों और आम नागरिकों द्वारा इस सेवा का बड़े पैमाने पर उपयोग होता रहा है।
आज इस सेवा का अंत सिर्फ एक पुराने सिस्टम की समाप्ति नहीं है, बल्कि एक परंपरा, एक भरोसे और एक सस्ते विकल्प का भी अंत है।
आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम: अब केवल स्पीड पोस्ट
डाक विभाग ने इस फैसले को डिजिटलीकरण और आधुनिक सेवाओं की ओर कदम बताया है। रजिस्टर्ड डाक की जगह अब स्पीड पोस्ट सेवा दस्तावेजों और पत्रों को भेजने का माध्यम बनेगी।
इस बदलाव के पीछे उद्देश्य है – बेहतर ट्रैकिंग, तेज डिलीवरी और सुरक्षित प्रेषण।
प्रवर डाक अधीक्षक सचिन चौबे ने दी जानकारी:
“स्पीड पोस्ट सेवा रजिस्टर्ड डाक की तुलना में थोड़ी महंगी जरूर है, लेकिन इसमें ग्राहक को वन-टाइम पासवर्ड (OTP) आधारित डिलीवरी, ट्रैकिंग सुविधा और प्रेषण पर्ची जैसी सुविधाएं मिलेंगी।”
स्पीड पोस्ट सेवा के फायदे
- दस्तावेजों की ट्रैकिंग के साथ सुरक्षित डिलीवरी
- OTP आधारित रिसीविंग सिस्टम, जिससे डिलीवरी सिर्फ संबंधित व्यक्ति को ही होगी
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में समान रूप से उपलब्ध
- प्रेषण पर्ची (Acknowledgement) का विकल्प, सिर्फ ₹5 अतिरिक्त शुल्क पर
- कानूनी मान्यता सहित सभी प्रकार के सरकारी कार्यों में स्वीकृत सेवा
नई दरें पहले ही हो चुकी हैं लागू
डाक विभाग पहले ही 1 अक्टूबर से लागू होने वाली नई स्पीड पोस्ट दरों की घोषणा कर चुका है।
अब वजन और दूरी के आधार पर शुल्क तय होगा।
उदाहरण के लिए:
- 50 ग्राम तक स्थानीय पत्र: ₹19
- 200 किमी से अधिक दूरी के लिए 50 ग्राम तक: ₹47
(जीएसटी अलग से देय होगा)
भावनात्मक जुड़ाव, लेकिन बदलते समय की मांग
जहाँ एक ओर लोग रजिस्टर्ड डाक सेवा से भावनात्मक रूप से जुड़े रहे हैं, वहीं तकनीकी युग में तेज, ट्रैक होने वाली और अधिक सुरक्षित सेवाओं की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
रजिस्टर्ड डाक सेवा का बंद होना एक युग का अंत है, लेकिन स्पीड पोस्ट जैसी उन्नत सेवा इसके स्थान पर भविष्य के अनुरूप विकल्प बनकर उभरी है।
अब चिट्ठियां होंगी तेज़, ट्रैक और तकनीक से लैस। एक युग विदा ले रहा है, दूसरा दस्तक दे चुका है।

